ujjain simhasth 2028: बाबा की महाकाल की नगरी उज्जैन में सिंहस्थ 2028 को लेकर महातैयारी शुरू हो गई है. सरकार क्राउड मैनेजमेंट को देखते हुए सड़कों के चौड़ीकरण का काम कर रही है. ताकि सिंहस्थ के दौरान भारी भीड़ लगने के बाद भी महाकाल मंदिर और शिप्रा नदी तक श्रद्धालु आसानी से पहुंच जाएंगे. इसको लेकर 11 सड़कों के चौड़ीकरण की मंजूरी भोपाल से मिल गई है.
दरअसल, सिंहस्थ 2028 में लगने वाली भीड़ को लेकर प्रशासन बड़ी तैयारियों में लगा हुआ है. इसको लेकर भोपाल में सिंहस्थ पर्यवेक्षण समिति की बैठक हुई. जिसमें 11 मार्गों के चौड़ीकरण की स्वीकृति दी गई. इसमें 7 ऐसी सड़कें हैं, जिसके बन जाने से महाकालेश्वर मंदिर और शिप्रा तट पर पहुंचने में आसानी हो जाएगी.
जिन सड़कों के चौड़ीकरण की स्वीकृति मिली है, उन सड़कों को मास्टर प्लान के मुताबिक जोड़ा जाएगा. यह सड़क सिंहस्थ 2028 में क्राउड मैनेजमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी. सड़कों के चोड़ीकरण के काम का जिम्मा अलग-अलग कंपनियों को सौंपा गया है. ताकि इसका का समय से पूरा किया जा सकते है.
कार्तिक मेला ग्रांउड से नई खेड़ी तक की सड़क को 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा. ताकि नइखेड़ी रेलवे स्टेशन से शिप्रा नदी के तट तक आने में आसानी होगी. वहीं, कर्कराज पार्किंग से भूखीमाता मंदिर तक की सड़क को भी 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा. इस रास्ते पर ब्रिज का निर्माण भी हो रहा है. इसके निर्माण से महाकालेश्वर और भूखीमाता मंदिर की कनेक्टिविटी आसान हो जाएगी.
मकोड़िया आम चौराहे से विराट नगर होते हुए गरोठ हाइवे तक के मार्ग को 45 मीटर चौड़ा किया जाना निर्धारित है. लेकिन 18 से 24 मीटर तक चौड़ा किया जाना प्रस्तावित है. जूना सोमवारिया से पीपलीनाका होते हुए अंकपात चौराहे तक के मार्ग को भी चोड़ा किया जाना प्रस्तावित है. पीपलीनाका से ओखलेश्वर श्मशान तक की सड़क को 45 मीटर चौड़ा किया जाएगा.वहीं भर्तृहरि गुफा से ऋणमुक्तेश्वर तक की सड़क भी 12 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा.
इसके अलावा नीलकंठ द्वार से महाकाल चौराहा तक के मार्ग को 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा. क्योंकि 24 मीटर चौड़ा रहा है, ऐसे में हरिफाटक ब्रिज को भी सिक्सलेन किया जा रहा है. ऐसे में नीलकंड द्वारा के मकानों को भी तोड़ा जा रहा है.
हरसिद्धि पाल से रामघाट मार्ग-यह महाकाल सवारी के साथ शिप्रा पहुंच का महत्वपूर्ण सड़क है. वर्तमान में इसकी चौडाई 8 से 9 मीटर है, जिसे अब 15 मीटर चौड़ा किया जाएगा. वहीं, गढ़कालिका मंदिर से मत्स्येंद्रनाथ समाधि तक का मार्ग 18 मीटर चौड़ा होगा.
24 खंबा से महाकाल पार्किंग जहां सामान्य दिनों में भी ट्रैफिक का दबवा रहता है. यह मार्ग कुछ जगहों पर महज 8 से 10 मीटर ही चौड़ा है. नए मास्टर प्लान के तहत इसे 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा. महाराजवाड़ा चौराहे से हरसिद्धि होते शिप्रा नदी-महाकाल मंदिर जाने वाले रास्ते को 24 मीटर चोड़़ा किया जाएगा. मार्गों के चौड़ीकरण से भक्तों को आने जाने में सुविधा मिलेगी.
सोर्स- पत्रिका
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