आप जानते हैं कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां कहां पर रखी हुई है. शेर सिंह राणा ने अफगानिस्तान से सम्राट पृथ्वीराज चौहान की अवशेष भारत लाए थे. अगर नहीं जानते तो आइए जानते हैं.
ऐसा कोई नहीं होगा जिसने सम्राट पृथ्वीराज चौहान की वीरगाथाएं न सुनी हों. जिन्होंने मुस्लिम आक्रमणकारी मोहम्मद गौरी को 17 बार पराजित किया था. शेर सिंह राणा ने 2005 में अफगानिस्तान के ग़ज़नी से सम्राट पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां भारत ले आए.
शेर सिंह राणा ने इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया था. इसके बाद, उन्होंने अपनी मां की मदद से गाजियाबाद के पिलखुआ में पृथ्वीराज चौहान का मंदिर बनवाया और वहीं पर उनकी अस्थियां आज भी रखी हुई हैं.
कन्नौज के राजा जयचंद की बेटी संयोगिता और पृथ्वीराज की प्रेम के बारे में सब कोई जानता है. जब राजा जयचंद ने उनके विवाह का विरोध किया और स्वयंवर आयोजित किया, तो पृथ्वीराज संयोगिता को स्वयंवर से उठा ले गए. इस घटना के बाद जयचंद और पृथ्वीराज के बीच शत्रुता में बदल गई.
सम्राट पृथ्वीराज चौहान का जन्म 1166 ईस्वी में अजमेर के राजा सोमेश्वर चौहान के घर हुआ था. बचपन से ही वे साहसी, कुशाग्र बुद्धि और युद्ध कौशल में निपुण थे. उनके दादा अंगम ने जब उनकी युद्ध विद्या और रणनीतिक समझ देखी, तो उन्हें दिल्ली के सिंहासन का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया.
पृथ्वीराज छह भाषाओं के ज्ञाता थे और गणित, पुराण, चिकित्सा शास्त्र और सैन्य विज्ञान में पारंगत थे. उनकी सेना में 300 हाथी और तीन लाख से अधिक सैनिक थे, और उनका साम्राज्य राजस्थान से हरियाणा तक फैला हुआ था.