Uttarkashi Cloud Burst: धराली आपदा के तीसरे दिन एयरफोर्स ने मोर्चा संभाला, सीएम धामी ने की बचाए गए लोगों से मुलाकात
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2870520

Uttarkashi Cloud Burst: धराली आपदा के तीसरे दिन एयरफोर्स ने मोर्चा संभाला, सीएम धामी ने की बचाए गए लोगों से मुलाकात

Uttarkashi Dharali Cloudburst : उत्तराखंड में राहत और बचाव का काम तेजी से हो रहा है. आपदा प्रभावित धराली गांव में जिंदगी की तलाश जारी है. सीएम धामी ने हवाई निरीक्षण के बाद हर्षिल एवं धराली क्षेत्र का स्थलीय दौरा किया.

Uttarkashi Dharali Cloudburst
Uttarkashi Dharali Cloudburst

हेमकांत नौटियाल/उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में आई तबाही को 24 घंटे से ऊपर हो गए हैं. अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सीएम धामी धराली गांव में ही कैंप किए हुए हैं. तबाही के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं. कई वीडियो में लोगों को मलबों से बचते हुए भाग रहे लोगों को देखा जा सकता है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देर रात्रि कैंप कार्यालय उत्तरकाशी में National Disaster Response Force, India और ITBP के अधिकारियों के साथ बैठक कर धराली में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा की. धराली हादसे में मृतकों की संख्या छह हो गई है.  जवान रेस्क्यू में युद्ध स्तर पर जुटे हैं.पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.

सीएम धामी ने बचाए गए लोगों से की मुलाकात- उत्तरकाशी धारली आपदा का आज तीसरा दिन है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना धराली आपदा में घायल हुए कुछ आर्मी के जवान और कुछ लोग है जो जिला अस्पताल में भर्ती है इस बीच अपने परिजनों की तलाश कर रहे धराली गांव के ग्रामीण जिला अस्पताल पहुंचे और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से बातचीत की ग्रामीणों का कहना है कि सबसे पहले धारली क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी बहाल की जाए ताकि परिजनों से बातचीत हो सके वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि हमारे परिजन अगर जिंदा है तो उनको शीघ्र वापस लाया जाए और अगर कोई हताहत हुए हैं तो जल्दी उनकी खोजबीन की जाए। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि एक-दो दिन में धराली क्षेत्र की मोबाइल कनेक्टिविटी बहाल हो जाएगी और लगातार रेस्क्यू कार्य गतिमान है आपदा पीड़ितों की हर संभव सहायता की जाएगी।

वृहद स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन  जारी
पुलिस और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से धराली में वृहद स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.  बंद सड़कों को खोलने का काम भी निरंतर गतिमान है और जनजीवन को सामान्य बनाने के प्रयास जारी है. लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए आईटीबीपी, सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस के जवान लगे हुए हैं. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में वायुसेना के कई हेलिकॉप्टर लगे हुए हैं.गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने बताया कि गंगोत्री धाम में फंसे 400 लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया जाएगा. रेस्क्यू में तेजी आई है. मौसम सही रहा तो रेस्क्यू ऑपरेशन 48 घंटे में पूरा हो जाएगा. लोगों की जान बचाना और पुनर्निर्माण प्राथमिकता है.

सीएम धामी ने अपने सोशल मिडिया एक्स पर लिखा कि
आज प्रातः काल से ही हेली रेस्क्यू शुरू किया जा चुका है। यात्रा मार्ग बाधित होने के कारण फंसे हुए लोगों को मातली हेलीपैड, उत्तरकाशी सुरक्षित लाया जा रहा है।

बादल फटने से 15 अग्निवीर जवान घायल 
जिंदगी की आस के बीच 'ऑपरेशन तलाश' जारी है. अब तक 400 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. सेटेलाइट फोन से  जानकारी ली जा रही है. बादल फटने से 15 अग्निवीर जवान घायल हो गए हैं. एक हवलदार और एक सूबेदार साहब का पता नहीं चल पा रहा है. 

मुख्यमंत्री ने आपदाग्रस्त धराली और हर्षिल का दौरा किया
मुख्यमंत्री हवाई निरीक्षण के बाद हर्षिल एवं धराली क्षेत्र का स्थलीय दौरा किया और प्रभावित परिवारों से मिले. मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों को हर सम्भव मदद का भरोसा दिया.  मुख्यमंत्री ने धराली में बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा लेते हुए राहत एवं बचाव कार्यों को तीव्र गति के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए.  प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री ने आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर सभी जनपदों की आपदा तैयारियों की स्थिति की भी जानकारी ली और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता पर किए जाए तथा प्रभावितों को भोजन,पेयजल,चिकित्सा सहायता और अन्य आवश्यक सामग्री शीघ्र उपलब्ध कराई जाए. राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को साफ-सफाई, शौचालय, स्वास्थ्य सेवाएं और आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित कराई जाए.

मुख्यमंत्री ने अवरुद्ध सड़क मार्ग को यथाशीघ्र खोलने के निर्देश देते हुए कहा कि राहत सामग्री और बचाव दलों की निर्बाध पहुंच सुनिश्चित की जाए. जहां तक सड़क मार्ग अवरुद्ध हैं,वहां हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंच बनाने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को पर्याप्त दवाइयों और चिकित्सा टीमों की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए. बिजली, पानी और मोबाइल नेटवर्क जैसी आवश्यक सेवाओं को तत्काल बहाल करने के लिए ठोस प्रयास करने के निर्देश दिए.  मुख्यमंत्री ने इस आपदा की घड़ी में केंद्र सरकार से मिल रहे सहयोग के लिए प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री श्री अमित शाह का विशेष रूप से आभार प्रकट किया और कहा कि भारत सरकार द्वारा समय पर दी गई सहायता से राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके.

पहाड़ का आधा हिस्सा टूटकर सड़क पर आ गया
जोशीमठ के पास जोगीवारा में पहाड़ का आधा हिस्सा टूटकर सड़क पर आ गया है. इससे हाइवे बाधित हो गया है. बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का आधा हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया है. जोशीमठ में संचार सेवाएं ठप हो गई हैं.चमोली में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पीपलकोटी के समीप मार्ग बाधित हो गया है. 

NDRF sdrf की टीम पूरे उपकरण के साथ जा रहे हैं. हेलीकॉप्टर में कटर, बेलचा, स्टेचर, लेकर जा रहे है.  Ndrf की टीम के साथ बातचीत. IV चीफ फायर ऑफिसर संजीवा सिंह बता रहे है रेस्क्यू में दिक्कत हो रही है. हमारी टीम ने 50 लोगों को रेस्क्यू किया है.  झील बना हुआ है.  काफी लोग दबे हो सकते है.

Uttarkashi cloudburst: बादल फटा या कुछ और? धराली हादसे की असल वजह का सेटेलाइट इमेज से खुलासा, जानें
 

 

TAGS

Trending news

;