Noida Hindi News: नोएडा वालों के लिए अच्छी खबर है. आपको बता दें कि भंगेल एलिवेटेड रोड और चिल्ला एलिवेटेड रोड को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव ने इन परियोजनाओं को तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए हैं. इससे क्षेत्र में यातायात व्यवस्था और प्रशासनिक कार्यों में सुधार होगा..
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव ने भंगेल एलिवेटेड रोड और नोएडा प्राधिकरण के प्रशासनिक भवन का कार्य 30 जून 2025 तक हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया है. इस दौरान कहा कि इन परियोजनाओं को तय समय में पूरा कर जनता को जल्द राहत दी जाए. इससे क्षेत्र में यातायात और प्रशासनिक कार्यों में सुधार होगा.
भंगेल एलिवेटेड रोड के बरौला क्रॉसिंग पर 60 मीटर लंबे स्टील गर्डर बिछाने का कार्य एक सप्ताह में पूरा होने की संभावना है. इसके बाद गर्डर पर डेक-स्लैब बिछाया जाएगा, जो लगभग एक महीने में पूरा होगा. प्राधिकरण द्वारा ट्रैफिक डायवर्जन की व्यवस्था पहले ही की जा चुकी है ताकि निर्माण कार्य बिना बाधा के तेजी से हो सके.
शुरुआत में भंगेल एलिवेटेड रोड की लागत 468 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 608 करोड़ रुपये हो गई है. यह छह लेन का एलिवेटेड कॉरिडोर आगाहपुर को सेक्टर 82/110 में स्थित नोएडा स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (NSEZ) से जोड़ेगा. इसके चालू होने पर वाहन चालकों को भीड़भाड़ वाले बाजारों जैसे छलेरा, बरौला और भंगेल से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा.
मुख्य सचिव ने चिल्ला एलिवेटेड रोड की समीक्षा के दौरान इसके निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए. यह रोड दिल्ली और नोएडा को जोड़ेगी, जिससे चिल्ला बॉर्डर और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दबाव कम होगा. इस परियोजना का कार्य हाल ही में शुरू हुआ है और इसे तीन वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य है.
नोएडा प्राधिकरण का नया प्रशासनिक भवन सेक्टर-96 में लगभग तैयार हो चुका है और इसे भी 30 जून तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. इस भवन का निर्माण 2015 में शुरू हुआ था और इसकी अनुमानित लागत 478 करोड़ रुपये है. अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त यह भवन लगभग 6 एकड़ में फैला है और इसमें दो बहुमंजिला टावर शामिल हैं, जहां सभी विभाग एक ही छत के नीचे होंगे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा में इन तीन प्रमुख परियोजनाओं की ऑनलाइन समीक्षा बैठक में नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी और विभागीय प्रमुख उपस्थित रहे. उन्होंने निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी साझा की और मुख्य सचिव ने समयबद्ध कार्यों पर जोर दिया. बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए गए कि समयसीमा का सख्ती से पालन हो.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.