सहारनपुर के रबड़ी मलाई घेवर के बारे में तो आपने सुना ही होगा, इसका स्वाद यूपी में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मशहूर है. आइये आपको इसे घर पर बनाने की रेसिपी बताते हैं.
मैदा – 1 कप, बेसन – 1 टेबल स्पून, घी – 3 टी स्पून, नींबू रस – 1 टी स्पून, बर्फ के टुकड़े – 4-5, ठंडा दूध – ½ कप, ठंडा पानी – ½ से 1 कप (आवश्यकतानुसार) घी या तेल – तलने के लिए .
मिक्सर जार में घी और बर्फ के टुकड़े डालकर फेंटें. फिर ठंडा दूध मिलाएं और दोबारा ब्लेंड करें. अब धीरे-धीरे मैदा और पानी डालते हुए स्मूद और पतला घोल तैयार करें. अंत में बेसन मिलाकर फिर से ब्लेंड करें.
तैयार बैटर में नींबू रस मिलाएं और इसे एक बर्तन में रखें. इस बर्तन को बर्फ वाले ठंडे पानी के बड़े बर्तन में रखें ताकि घोल ठंडा बना रहे.
एक गहरे पतीले या कढ़ाई में तेल गर्म करते हुए उसमें एक करछी भर बैटर को ऊंचाई से तेल के बीच में डालें. झाग शांत होने पर यही प्रक्रिया 3-4 बार दोहराएं. घेवर के सेंटर में अगर होल अपने आप न बने तो बेलन जैसी चीज़ से बीच में हल्का दबाकर छेद बना सकते हैं.
घेवर को सुनहरा होने तक तलें ताकि ये अच्छे से क्रिस्पी हो जाए. फिर इसे छलनी में रखें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए. इसके बाद चाश्नी के लिए पानी और चीनी को एक साथ गर्म करें और एक तार की चाशनी तैयार करें. गैस बंद करके इलायची पाउडर और नींबू रस डालें जिससे चाशनी जमने न पाए.
दूध को उबालें, फिर उसमें मिल्क पाउडर डालें और धीमी आंच पर थोड़ा गाढ़ा होने दें. अब चीनी डालें और पकाएं. ठंडा होने के बाद इलायची पाउडर और गुलाब जल मिलाएं.
तैयार घेवर को प्लेट में रखें. उस पर चाशनी फैला दें. ऊपर से रबड़ी की मोटी परत बिछाएं, भीगी केसर की बूंदें टपकाएं और ऊपर से बादाम-पिस्ता से सजाएं. और इस तरह मशहूर रबड़ी मलाई घेवर घर पर ही तैयार हो जाता है.
घेवर हमेशा तेज आंच पर और गर्म घी में बनाएं. घोल पूरी तरह ठंडा होना चाहिए, तभी सही शेप और टेक्सचर आएगा. रबड़ी, चाशनी और घेवर – तीनों ठंडे हों तभी स्वाद और टेक्सचर परफेक्ट रहेगा.
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