बाबा के दर्शन से कम से कम एक दिन पहले और बाद तक मांसाहारी भोजन न करें. शुद्ध शाकाहार से शरीर और मन दोनों पवित्र रहते हैं.
मंदिर परिसर में चमड़े से बनी वस्तुएं जैसे बेल्ट, पर्स या जूते पहनना वर्जित है। यह धार्मिक मर्यादा का उल्लंघन माना जाता है.
दर्शन से पहले और दौरान किसी के प्रति कटु या अपमानजनक शब्द न कहें. शांत, विनम्र और सकारात्मक भाषा का प्रयोग करें.
बाबा के समक्ष झूठ बोलना अशुभ माना जाता है सच्चाई और ईमानदारी से ही आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है.
मंदिर में अपने से बड़े और विशेष रूप से वृद्धों का सम्मान करें. यह बाबा के प्रति श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है.
दर्शन के समय मन में पवित्र और सकारात्मक विचार रखें.नकारात्मक या अशुद्ध विचारों से बचना चाहिए.
प्रसाद केवल स्वयं न ग्रहण करें, बल्कि दूसरों को भी बांटें। इसे बांटना पुण्य का कार्य माना जाता है.
बाबा के दर्शन श्रद्धा और भक्ति से करें, केवल औपचारिकता या दिखावे के लिए नहीं. सच्चे मन से किया गया दर्शन ही फलदायक होता है.
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.