अप्रैल का महीना समाप्त हो रहा है. मई में गर्मी की छुट्टियां भी शुरू हो जाएंगी. गर्मी की छुट्टी में बच्चों के साथ पहाड़ों पर घूमने का प्लान बना सकते हैं. गर्मी से निजात मिलेगी साथ ही परिवार के साथ एक बेहतरीन यादगार ट्रिप भी बन जाएगी.
अब सवाल उठता है कि उत्तराखंड में कहां जाएं घूमने?, तो आइये जानते हैं उत्तराखंड में घूमने के लिए सबसे खूबसूरत जगह, जहां गर्मी का अहसास नहीं होगा, बल्कि जैकेट भी पहननी पड़ सकती है.
उत्तराखंड का नाम आते ही नैनीताल, मसूरी का नाम आता है. आप इस बार गर्मी की छुट्टियों में बिनसर जा सकते हैं.
बिनसर पहाड़ों का एक छिपा हुआ रत्न है. बिनसर को कुमाऊं क्षेत्र के अंतिम गढ़ के रूप में भी जाना जाता है. असली जंगल का आनंद लेने के लिए ये एक प्रसिद्ध जीरो पॉइंट है.
मुनस्यारी के पिथौरा जिले में स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन है. इसकी प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है. यहां ऊंचे पहाड़ और चोटियों के सुंदर नजारा देखने को मिलेगा.
मुनस्यारी को मिनी कश्मीर भी कहा जाता है. यह ट्रैकिंग ट्रेल्स के लिए भी काफी फेमस है. पहाड़ियों में हरे-भरे और प्राचीन नजारे आपका दिल जीत लेंगे.
कौसानी हिमालय की चोटियों के बीच बसा है. यहां से पंचाचूली, नंदा देवी का शानदार नजारा दिखता है. यहां आप फेमस बैजनाथ मंदिर जा सकते हैं. रुद्रधारी झरने में डुबकी लगा सकते हैं.
चाय की बागान भी देखने को मिल जाएगा. यहां माउंटेन बाइकिंग, रैपलिंग, ट्रेकिंग का मजा ले सकते हैं. प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक परफेक्ट जगह हो सकती है.
चौकोरी प्रकृति की गोद में बसा शहर है. यहां ज्यादा पर्यटकों के न आने से यह हिल स्टेशन अभी भी दूषित नहीं हुआ है. सुहावने मौसम का आनंद उठा सकते हैं.
चौकोरी हिल स्टेशन समुद्र तल से 2010 मीटर ऊंचाई पर बसा है. ये हिल स्टेशन कटोरी के अकार का दिखता है. कॉफी या चाय की चुस्किया मारते हुए हरे-भरे नजारे देखना न भूलें.
नैनीताल में स्थित मुक्तेश्वर उत्तराखंड के सबसे अच्छे हिल स्टेशनों में से एक है. इस मंदिर में एक सफेद संगमरमर का शिवलिंग है.
यहां भगवान गणेश, ब्रह्मा, विष्णु, पार्वती, हनुमान और नंदी सहित अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी हैं. माना जाता है कि भगवान शिव ने एक राक्षस का वध किया था और उसे मुक्ति प्रदान की थी. इसलिए इसका नाम मुक्तेश्वर पड़ा.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.