हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में बढ़ने लगे आई फ्लू के मामले, हर उम्र के मरीज पहुंच रहे आई ओपीडी
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हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में बढ़ने लगे आई फ्लू के मामले, हर उम्र के मरीज पहुंच रहे आई ओपीडी

बरसात के मौसम में आई फ्लू के मरीजों की संख्या हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में तेजी से बढ़ रही है. आई ओपीडी में रोजाना औसतन 10 मरीज इस संक्रामक रोग के लक्षणों के साथ इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. इन मरीजों में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं.

 

हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में बढ़ने लगे आई फ्लू के मामले, हर उम्र के मरीज पहुंच रहे आई ओपीडी

Hamirpur News(अरविंदर सिंह): जिला में हरेक उम्र के लोग बरसात के इस मौसम में आई फ्लू की चपेट में आ रहे हैं. मौसम में नमी होने के कारण लोगों को आंख की इस बीमारी ने जकड़ लिया है. यह चौंकाने वाला आंकड़ा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल हमीरपुर की आई ओपीडी से सामने आया है. आई ओपीडी में रोजाना करीब दस मरीज आई फ्लू से संक्रमित पहुंच रहे हैं. 

इनमें बच्चे, जवान व बूढ़े शामिल हैं. आई लू की चपेट में आने के उपरांत इन्हें आई ओपीडी से उपचार उपलब्ध करवाया जा रहा है. बरसात की शुरूआत में आई ओपीडी में दो से तीन मामले आना शुरू हुए थे. अब आई फ्लू के मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है. हालांकि यह जरूर माना जा रहा है कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार आई फ्लू के मामले ओपीडी में कम दर्ज हो रहे हैं. 

पिछले साल इस मौसम में आई फ्लू के मामलों का आंकड़ा काफी अधिक रहा था. आई फ्लू आंखों का एक संक्रामक रोग है, जोकि एक से दूसरे व्यक्ति को हो जाता है. ऐसा ही हमीरपुर में देखने को मिल रहा है. कई परिवारों के सदस्य एक के बाद एक आई फ्लू संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. ओपीडी में भी कई परिवारों के सदस्य उपचार के लिए पहुंच रहे हैं.

बता दें कि बरसात के मौसम में आई फ्लू संक्रमण फैलने का खतरा अधिक रहता है. आई फ्लू, जिसे कंजंकिटवाइटिस भी कहा जाता है, एक आम संक्रमण है, जो आंख के सफेद हिस्से और पलकों के अंदर की परत में सूजन का कारण बनता है. आई फ्लू के लक्षणों में आंखों का लाल होना, खुजली होना, पानी आना और आंखों से सफेद या पीले रंग का डिस्चार्ज होना शामिल है. कुछ लोगों को सुबह उठने पर आंखे चिपकी हुई लग सकती है. इस तरह के लक्षणों के लोग उपचार के लिए मेडिकल कालेज हमीरपुर की आई ओपीडी में पहुंच रहे हैं. 

आई फ्लू बरसात के मौसम में इसलिए ज्यादा फैलता है, क्योंकि इस मौसम में नमी और तापमान में बदलाव के कारण बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलते हैं. इसके अलावा बारिश के पानी में गंदगी और धूल-मिट्टी भी होती है, जो आंखों में जलन या संक्रमण का कारण बन सकती है. बरसात के मौसम में नमी बढऩे के कारण बैक्टीरिया व वायरस आसानी से पनपते हैं और फैलते हैं. बार-बार अपनी आंखों को छूने से भी संक्रमण फैल सकता है. खासकर बरसात के मौसम में जब वातावरण में नमी के कारण वायरस और बैक्टीरिया अधिक सक्रिय होते हैं.

मेडिकल कालेज के नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. अनिल वर्मा का कहना है कि बरसात के मौसम में आई फ्लू के मामले अधिक सामने आते हैं. वर्तमान में मेडिकल कालेज की आई ओपीडी में रोजाना करीब दस मामले आई लू के पहुंच रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि आई लू से बचने के लिए सावधानी बरतें. लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से संपर्क स्थापित करें.

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