हिमाचल में जारी मॉनसून की भारी बारिश से राज्यभर में तबाही का सिलसिला जारी है. मंडी, कुल्लू और चंबा जैसे जिलों में बादल फटने, भूस्खलन और नदियों के जलस्तर में वृद्धि की घटनाएं सामने आ रही हैं. इसी कड़ी में बिलासपुर जिला भी इस आपदा से अछूता नहीं रहा है.
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Bilaspur News(विजय भारद्वाज): हिमाचल प्रदेश में मानसून की भारी बारिश का असर लगातार देखने को मिल रहा है. जहां एक ओर प्रदेश के मंडी, कुल्लू व चंबा जिलों से बादल फटने, भूस्खलन व नदी का जलस्तर बढ़ने से प्राकृतिक आपदा की कईं तस्वीरें लगातार सामने आ रही है तो वहीं इस आपदा से स्थानीय लोगों व सरकारी विभागों को भी काफी नुकसान हुआ है.
वहीं बात करें बिलासपुर जिला की तो मानसून सीजन की बरसात शुरू होते ही जिला में भी अभी तक करोड़ों का नुकसान देखने को मिल रहा हैं. वहीं आंकड़ों के आधार पर मॉनसून सीजन के दौरान जिला में अभीतक सरकारी सम्पति का करीब 16.17 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है, जिसमें सबसे अधिक लोक निर्माण विभाग को नुकसान पहुंचा है.
वहीं लोक निर्माण विभाग को करीब 9 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है, जबकि जलशक्ति विभाग को करीब 6.8 करोड़ रुपये, बिजली बोर्ड को 1.8 करोड़ रुपये, शिक्षा विभाग को करीब 20 लाख रुपये और नगर परिषद को करीब 24 लाख रूपये का नुकसान हुआ है. वहीं जलशक्ति विभाग की बात की जाए भारी बारिश के चलते घुमारवीं उपमंडल की 15 पेयजल योजनाएं व बिलासपुर उपमंडल की 5 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई थी, जिसमें बहाली को लेकर काम चला हुआ है.
वहीं बिलासपुर जिला से संबंधित लोक निर्माण विभाग की महत्वपूर्ण सड़कें, नेशनल हाइवे व फोरलेन मार्ग फिलहाल सुचारू रूप से चली हुई हैं और जहां पहाड़ी से मलबा गिरने की।सूचना मिल रही है वहां तुरंत जेसीबी मशीनों के जरिये मलबा हटाकर सड़कों को बहाल किया जा रहा है. इस बात की जानकारी देते हुए उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने बताया कि जिला में भारी बारिश के चलते विभिन्न विभागों को 16 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है और जलशक्ति विभाग की पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई उन्हें जल्द ही ठीक करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही उन्होंने बरसात के दौरान सभी जिलावासियों से विशेष ऐहतियात बरतने, नदी-नालों से दूर रहने व भूस्खलन की आशंका वाले स्थानों से भी दूर रहने की अपील की है. साथ ही उन्होंने मंडी व मनाली की और जाने वाले पर्यटकों से भी अपील की है खराब मौसम में सफर करते समय जरूर एहतियात बरतें और कुछ ऐसी जगह जहां लैंडस्लाइड जॉन घोषित किया गया है और पहाड़ों से पत्थर गिरने की संभावना वाले इलाकों में ध्यान से वाहन चलाने की अपील की है ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके.