मंगलवार रात को कुल्लू मनाली में हुइ भारी बारिश के कारण व्यास नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. बुधवार सुबह पंडोह डैम में व्यास नदी की ओर से लगभग 45,000 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया, जिसके बाद बीबीएमबी प्रशासन ने डैम के पांच गेट खोलकर लगभग 40,000 क्यूसेक पानी छोड़ा है.
Trending Photos
Mandi News(नितेश सैनी): मंगलवार रात कुल्लू-मनाली क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के कारण ब्यास नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि दर्ज की गई. बुधवार सुबह पंडोह डैम में ब्यास की ओर से लगभग 45,000 क्यूसेक पानी आने के बाद, बीबीएमबी प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र डैम के पांच गेट खोलकर लगभग 40,000 क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा है.
फिलहाल डैम का जलस्तर 2922 फीट रिकॉर्ड किया गया है, जो खतरे के निशान 2941 फीट से नीचे है. हालांकि, यदि डैम के पीछे के क्षेत्रों में बारिश जारी रही, तो जलस्तर और बढ़ सकता है.
बीबीएमबी पंडोह के अधिशाषी अभियंता चंद्रमणि शर्मा ने बताया कि स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण है और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. जलस्तर की लगातार निगरानी की जा रही है और आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमें पूरी तरह से सतर्क हैं.
बग्गी सुरंग, जिसकी अधिकतम क्षमता 9000 क्यूसेक है, से इस समय डेहर पावर हाउस को 6000 क्यूसेक पानी भेजा जा रहा है. यदि डैम में सिल्ट की मात्रा (पीपीएम) अधिक पाई जाती है, तो एहतियातन बग्गी सुरंग को बंद कर दिया जाएगा.
बीबीएमबी और जिला प्रशासन ने आम लोगों से नदी-नालों के किनारे न जाने, अफवाहों पर ध्यान न देने, और केवल सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है. मौसम और डैम की स्थिति पर 24x7 निगरानी जारी है। प्रशासन ने कहा है कि फिलहाल स्थिति सामान्य है, लेकिन सावधानी बरतना आवश्यक है.