अब वनों में आग लगते ही विभाग को रियल टाइम जानकारी मिलेगी. इसके लिए वन विभाग ने रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया है जो आग पर तुरंत काबू पाने के लिए मौके पर पहुंचेगी. इसके साथ ही विभाग पंचायत प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उन्हें जागरूक करने की दिशा में भी सक्रिय हो गया है.
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Hamirpuer News(अरविंदर सिंह): फायर सीजन के दौरान जंगल में आग लगते ही वन विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों को मोबाइल पर अलर्ट मैसेज आएगा. एफएसआई का अलर्ट सिस्टम वनों को आग से होने वाले अधिक नुकसान से बचाने के लिए कारगर भूमिका निभाएगा. जिला वन अधिकारी अंकित कुमार सिंह ने कहा कि फॉरेस्ट फायर अलर्ट सिस्टम रजिस्ट्रेशन के माध्यम से जंगलों की आग को समय पर काबू किया जा सकेगा.
इसके लिए वन विभाग के अधिकारियों के मोबाइल नंबर एफएसआई में पंजीकृत हो गए हैं. बीट गार्ड, फॉरेस्ट रेंजर, डीएफओ के मोबाइल नंबर को रजिस्टर किया गया है. जैसे ही जंगल में आग लगेगी वैसे ही सेटेलाइट के माध्यम से मोबाइल पर संदेश प्राप्त हो जाएगा. संबंधित वन बीट गार्ड को भी तुरंत संदेश चला जाएगा जिससे समय पर आग को बुझाने के प्रयास शुरू हो जाएंगे.
यहां तक की जिला वन अधिकारी को भी संदेश प्राप्त होगा ताकि पता चल सके कि किस वन बीट में आग लगी है. आग को नियंत्रित करने के लिए वन विभाग ने रैपिड रिस्पांस टीम का भी गठन किया है. आग लगने की सूचना मिलने के बाद यह टीम त्वरित अलर्ट हो जाएगी. बताया जा रहा है कि रैपिड रिस्पांस टीम में कई कर्मचारियों को शामिल किया गया है जोकि आग लगने की स्थिति में एक्शन मोड में आ जाएंगे.
जिला वन अधिकारी अंकित कुमार सिंह ने कहा कि जंगलों को आग से बचाने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है. एफएसआई में भी कर्मचारी व अधिकारियों के मोबाइल नंबर पंजीकृत हो गए हैं. उन्होंने बताया कि जंगल में आग लगते ही तुरंत मोबाइल पर अलर्ट मैसेज आ जाएगा. पंचायत प्रतिनिधियों से मिलकर भी जागरूकता फैलाई जाएगी.