Virbhadra Singh Birth Anniversary: आज, 23 जून को हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की जयंती है. वर्ष 1934 में जन्मे वीरभद्र सिंह न केवल एक जननेता थे, बल्कि उन्होंने राजघराने से राजनीति तक का एक प्रेरणादायक सफर तय किया.
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Shimla News(अंकुश डोभाल): हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की आज जयंती है. 13 साल की उम्र में बुशहर रियासत की गद्दी संभालने वाले वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून 1934 को हुआ था. वीरभद्र सिंह ने चुनावी राजनीति की शुरुआत लोकसभा से की थी. सबसे पहले वे महासू सीट से साल 1962 में सांसद चुने गए थे. इसके बाद साल 1967, साल 1971, साल 1980 और साल 2009 में लोकसभा सांसद चुने गए.
वे केंद्र में कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री भी रहे. इंदिरा गांधी सरकार में वीरभद्र सिंह दिसंबर 1976 से 1977 तक पर्यटन व नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री रहे. मनमोहन सिंह सरकार में वे इस्पात मंत्री रहे. साथ ही MSME मंत्रालय भी संभाला. साल 1983 में वीरभद्र सिंह पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री बने.
वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह अब हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण और शहरी विकास हैं. उनके कंधों पर वीरभद्र सिंह की विरासत को आगे बढ़ाने की बड़ी ज़िम्मेदारी है. जयंती के मौक़े पर विक्रमादित्य सिंह ने अपने पिता को याद करते हुए उनकी ही दिखाई हुई राह पर चलने की बात कही. इसी तरह अन्य नेता भी वीरभद्र सिंह को अलग-अलग अनुभव के साथ याद करते हैं. वीरभद्र सिंह लोकतंत्र में भी ‘राजा’ थे. आम लोगों की परेशानी को सहज ही समझ जाने वाले वीरभद्र सिंह लोकतंत्र में लोगों के दिल के राजा कहलाए. आज उनके जाने के चार साल बाद भी लोग उन्हें सच्चे दिल से याद करते हैं.
छह बार हिमाचल की सत्ता की कमान संभालने वाले वीरभद्र सिंह ने सही मायनों में राज्य की जनता के मन में राज किया. कांग्रेस में रहते हुए उन्होंने कई बार पार्टी लाइन से अलग हटकर भी विचार रखे. वीरभद्र सिंह को अकसर सिंह इज किंग कहकर संबोधित किया जाता था. दो बार को कोरोना को मात देने के बाद शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में ही 8 जुलाई 2021 को उनका देहांत हो गया. आज उनके जन्मदिन पर कृतज्ञ हिमाचल उन्हें याद कर रहा है.