Bangladesh News: पूर्व पीएम शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से बांग्लादेश में हिंसा का दौर जारी है. हसीना की पार्टी के नेताओं को विपक्षी दलों के कार्यकर्ता निशाना बना रहे हैं. इस बीच पूर्व पीएम शेख हसीना के सबसे करीबी नेता पर हमला हुआ है. जानें इस हमले का इल्जाम किस संगठन पर लगा है.
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Bangladesh News: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी हिफाजत-ए-इस्लाम पर पार्टी के नेत्रोकोना उपाध्यक्ष प्रशांत कुमार रॉय के आवास पर हिंसक हमला करने और लूटपाट करने का आरोप लगाया है. हाल ही में जिले में एक रैली के बाद यह हमला किया गया.
आवामी लीग ने कहा “20 जून, 2025 की सुबह, प्रशांत कुमार रॉय ने नेत्रोकोना जिला आवामी लीग कार्यालय परिसर में एक विरोध रैली को संबोधित किया. उनकी अगुआई में शहर में शांतिपूर्ण जुलूस के बाद, बीएनपी और हिफाज के सशस्त्र कैडर भड़क उठे और लक्षित हमला किया.”
पार्टी का क्या है स्टैंड
उन्होंने कहा, "उन्होंने उनके शहर के घर और गांव के घर पर बेरहमी से हमला किया और तोड़फोड़ की, जिससे वहां तबाही मच गई. यह घटना एक और कठोर चेतावनी है कि हिंसा और अराजकता बीएनपी-हेफाज़त का मूल सिद्धांत है. उनका असली चेहरा एक बार फिर सामने आया, इस बार, नेत्रोकोना में."
मुहम्मद यूनुस पर गंभीर इल्जाम
इस बीच, अवामी लीग ने बांग्लादेश अवामी लीग और अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ "अवैध फासीवादी" मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार द्वारा किए गए गंभीर "उत्पीड़न, हिंसा और निरंतर भीड़ के आतंक और अंधाधुंध सामूहिक गिरफ्तारियों" की भी निंदा की.
अवामी लीग के संयुक्त महासचिव ने क्या कहा?
अवामी लीग के संयुक्त महासचिव ए.एफ.एम. बहाउद्दीन नसीम ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा, "अवैध कब्जाधारी यूनुस शासन न केवल आतंकवादी तरीके से राज्य की शक्ति का उपयोग करके क्रूर, अंधाधुंध उत्पीड़न का सहारा ले रहा है, बल्कि नफरत और अनुचित आक्रोश फैलाकर सामाजिक सद्भाव को भी सक्रिय रूप से नष्ट कर रहा है."
बांग्लादेश सरकार पर संगीन इल्जाम
उन्होंने जोर देकर कहा, "बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियों और अवैध हिरासतों के माध्यम से इस असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक सरकार ने राज्य प्राधिकरण की आड़ में आतंक का शासन स्थापित किया है. लोगों की इच्छा के विरुद्ध शासन करने वाली इस कब्ज़ाकारी ताकत को तेजी से जनता के दुश्मन के रूप में पहचाना जा रहा है. फिर भी उनके अवैध, अन्यायपूर्ण और गैरकानूनी कार्यों में कोई कमी नहीं दिख रही है. फासीवादी यूनुस शासन का नवीनतम नवाचार, संगठित भीड़ हिंसा, बांग्लादेश को एक असफल राज्य में बदलने का एक स्पष्ट प्रयास है."