Israel Palestine War: इजरायल ने बीते दो महीने से गाजा की नाकाबंदी कर दिया है. इसकी वजह से बेगुनाह फिलिस्तीन भूख और प्यास से निढ़ाल हैं. इजरायली फौज आए दिन उन पर गोलीबारी करती या फिर झूठे आरोप में गिरफ्तार कर जेलों में भर देती है. इजरायल ने इतवार को हेब्रोन में कई बेगुनाह फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें हमास का सदस्य बता रहा है.
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Gaza News Today: इजरायल और हमास में सीजफायर की अटकलों के बीच नेतन्याहू सरकार लगातार बेगुनाह फिलिस्तीनियों का नरसंहार कर रही है. इसका खुलासा कई स्वतंत्र एजेंसियों की रिपोर्ट से भी हुई है. इस बीच इजरायल की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी शिन बेट (Shin Bet) ने इतवार (29 जून) को दावा किया कि उसने कब्जे वाले वेस्ट बैंक के हेब्रोन शहर में हमास के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है.
यहूदी सुरक्षा एजेंसी ने दावा किया कि गिरफ्तार हमास के सदस्य इजरायल पर हमले की साजिश रच रहे थे. इस ऑपरेशन के दौरान 60 हमास सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. शिन बेट ने अपने बयान में कहा कि वेस्ट बैंक के हेब्रोन शहर में हमास का एक बड़ा, जटिल और संगठित नेटवर्क का खुलासा हुआ है. हमास के सदस्यों की इस तरह अवैध ढंग से गिरफ्तारी को लेकर कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं.
इतना ही नहीं इजरायली जासूसी एजेंसी शिन बेट ने दावा किया कि हमास के सीनियर नेताओं ने स्थानीय नौजवानों को भर्ती कर, उन्हें हथियार देने के साथ हमलों के लिए ट्रेनिंग देने का काम किया, जिससे इजरायली ठिकानों को निशाना बनाया जा सके. शिन बेट ने बताया कि यह पूरी कार्रवाई तीन महीने तक चली एक जॉइंट ऑपरेशन का हिस्सा थी, जिसमें इजरायली सेना और पुलिस ने भी हिस्सा लिया.
अरब न्यूज में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों के खिलाफ अब आतंकवाद से संबंधित मामलों में आरोप दायर किए जा रहे हैं, जबकि उनके खिलाफ कोई ठोस सुबूत भी नहीं है. इजरायल की इस क्रूर कार्रवाई को लेकर हमास की ओर से कोई ऑफिशियल बयान सामने नहीं आया है.
बता दें, इजरायल ने अक्टूबर 2023 से गाजा में फिलिस्तीनियों का नरसंहार कर रहा है. इजरायल ने अब तक जमीनी और हवाई हमलों में 56 हजार 400 से ज्यादा लोगों को मार दिया, जिसमें ज्यादातर बच्चे, औरतें और बुजुर्ग शामिल हैं. हार्वर्ड डेटावर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली हमलों के बाद से अब तक 3 लाख 77 हजार से ज्यादा बेगुनाह लापता है, जबकि लाखों लोग गंभीर रुप से घायल है. इजरायली शासन की नाकाबंदी की वजह से फिलिस्तीनी में सैकड़ों मासूम बच्चों की मौत हो गई.