वजीरिस्तान में फौजी काफिले पर आत्मघाती हमला; 13 की मौत, इस आतंकी संगठन ने ली जिम्मेदारी
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वजीरिस्तान में फौजी काफिले पर आत्मघाती हमला; 13 की मौत, इस आतंकी संगठन ने ली जिम्मेदारी

Terror Attack in Pakistan: पाकिस्तान में हालिया कुछ सालों में आतंकी हमलों में मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. साल 2023 में जहां आतंकी हमलों में 748 लोगों की मौत हुई, तो वहीं बीते साल यह आंकड़ा एक हजार को पार कर गया. आज शनिवार को एक बार फिर पाकिस्तान का उत्तरी वजीरिस्तान आतंकी हमलों से दहल उठा.

 

(प्रतीकात्मक AI तस्वीर)
(प्रतीकात्मक AI तस्वीर)

Khyber Pakhtunkhwa Blast Case: पाकिस्तान में हालिया कुछ दिनों से आतंकी घटनाएं बढ़ गई है. शनिवार (28 जून) को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में बम धमाकों से दहल उठा, जब एक आत्मघाती हमलावर ने सैन्य काफिले को निशाना बनाते हुए विस्फोटकों से भरी गाड़ी उड़ा दी. इस हमले में 13 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 10 अन्य सैन्यकर्मी घायल हो गए. 

मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तर वजीरिस्तान जिले के खाड़ी इलाके में शनिवार (28 जून) सुबह एक आत्मघाती हमला हुआ. यह विस्फोट इतना भयावह था कि 13 पाकिस्तानी सैनिकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 29 अन्य लोग घायल हो गए, जिनमें 19 आम नागरिक भी शामिल हैं.

पाकिस्तानी मीडिया ने सुरक्षा एजेंसियों के हवाले से बताया कि इलाके में फौज की सरगर्मियों की वजह से कर्फ्यू लगाया गया था, इसी दौरान एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी को बम निरोधक दस्ते की एक गाड़ी से टकरा दिया. हालांकि, हादसे का शिकार गाड़ी IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) से बचाव में सक्षम था. 

उसूद अल-हरब ने ली हमले की जिम्मेदारी

इस टक्कर के बाद इतना जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिसमें 13 सैनिक मारे गए और 24 अन्य लोग घायल हो गए. इनमें से 14 आम लोग शामिल हैं. घटना के बाद इलाके में अंधाधुंध फायरिंग की भी खबरें सामने आई हैं, जिससे कई महिलाओं और बच्चों सहित 19 लोग घायल हो गए हैं. धमाके के तुरंत बाद राहत और बचाव काम शुरू कर दिया गया. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, कई घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.

इस हमले की जिम्मेदारी हाफिज गुल बहादुर गुट से जुड़े संगठन 'उसूद अल-हरब' ने ली है. यह गुट तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़ा बताया जा रहा है. यह हालिया महीनों में उत्तर वजीरिस्तान में सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. पाकिस्तानी सेना ने अभी तक इस हमले पर कोई ऑफिशियल बयान नहीं जारी किया है. हालांकि, सेना ने घटना के बाद पूरे इलाके को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.

पहले भी हो चुके हैं आतंकी हमले

मीडिया छपी के एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसी साल मार्च में पाकिस्तान सेना ने TTP से जुड़े 10 संदिग्ध आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया था .यह कार्रवाई तब की गई थी जब एक आत्मघाती हमलावर ने कथित तौर पर दक्षिणी वजीरिस्तान में जंदोला चेकपोस्ट के पास फ्रंटियर कॉर्प्स शिविर को निशाना बनाया था. एक्सपर्ट की मानें तो पाकिस्तान को अब खुद के जरिये खड़े किए गए आतंकियों का सामना करना पड़ रहा है. 

यह कोई पहली बार नहीं है, जब पाकिस्तान में आतंकियों ने इतना बड़ा हमला किया है. इससे मार्च महीने में ही बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकियों ने जाफर एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेन पर गुडालर और पीरू कुंरी के पास हमला कर दिया था. इस हमले में 21 मुसाफिरों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबिक 4 पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी मारे गए थे.

आतंकी हमलों में मौत के केस बढ़े

ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 में जारी रिपोर्ट में पाकिस्तानी में आतंकी घटनाओं को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में आतंकवाद से होने वाली मौतों में 45 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है. इससे पहले  साल 2023 में आतंकी हमलों में 748 लोगों की जान गई थी, वहीं बीते साल 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 1,081 हो गया था. आतंकवादी हमलों में मौतों के मामले में पाकिस्तान दुनिया में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है.

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