'यहां पढ़ना है तो उर्दू में प्रार्थना करना होगा!' मुस्लिम प्रिंसिपल की हनक, डर गए हिंदू टीचर, हो गई पिटाई
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2678834

'यहां पढ़ना है तो उर्दू में प्रार्थना करना होगा!' मुस्लिम प्रिंसिपल की हनक, डर गए हिंदू टीचर, हो गई पिटाई

Bihar News: बिहार के गया में एक स्कूल में उर्दू में प्रार्थना कराने का वीडियो सामने आया है. जिसके इस वीडियो को रिकॉर्ड वाले शिक्षक को मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा पीट दिया गया.

मुस्लिम प्रिंसिपल की हनक
मुस्लिम प्रिंसिपल की हनक

गया: बिहार का शिक्षा विभाग हमेशा सुर्खियों में रहता है. कभी मध्यान भोजन तो कभी शिक्षकों की कमी तो कहीं जर्जर भवन में पढ़ते बच्चों के भविष्य को लेकर आए दिन सवाल उठते रहता है. एक बार फिर से बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर एक नया विवाद सामने  आया है. जहां शिक्षा के मंदिर में प्रार्थना करवाने को लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है. विद्यालय के शिक्षक द्वारा उर्दू में प्रार्थना कराए जाने का वीडियो बनाए जाने के बाद शिक्षक के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया है. जिसके बाद पीड़ित शिक्षक ने इसकी लिखित शिकायत स्थानीय थाना में दर्ज करवाया है.

दरअसल पूरा मामला यह है कि गया जिले के 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कोच प्रखंड के आती पंचायत में संचालित राजकीय मध्य विद्यालय में वर्ष 2006 से हिंदी में प्रार्थना होती थी और विगत एक वर्ष से उर्दू में प्रार्थना कराया जा रहा था. जिसको लेकर विद्यालय के प्रार्चाय और शिक्षक में नोकझोंक हो गई और पीड़ित शिक्षक ने इसका वीडियो बना डाला. जिसके बाद उक्त शिक्षक के साथ मारपीट कर घायल कर दिया गया और पीड़ित शिक्षक ने इसकी लिखित शिकायत स्थानीय थाना में दर्ज करवाया है. जिसको लेकर विवाद गर्म हो गया है और इस विवाद को निपटाने के लिए शिक्षा विभाग अब जांच कर कार्रवाई करने की बात कर रही है. वहीं घटना के बाद गांव में दो समुदाय के बीच तनाव की स्थिति बनी है. ग्रामीण इस मामले में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है.

पीड़ित शिक्षक अजय प्रसाद ने बताया कि शनिवार को मुस्लिम समाज के कुछ युवकों के द्वारा मारपीट की गई. महिला शिक्षक भाग गई. उर्दू में प्रार्थना का वीडियो मेरे द्वारा बनाया गया था. जिससे मुस्लिम समाज के युवक आक्रोशित थे. मारपीट की घटना के बाद आंती थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया गया है. स्कूल परिसर में किसी आकर जान बचाया है. 2006 से स्कूल की स्थापना की गई है. स्कूल में पहले हिंदी में प्रार्थना होती थी. वर्ष 2017 से वह शिक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त है. पिछले 1 साल से उर्दू में प्रार्थना की जा रही थी. स्कूल में 160 नामांकित छात्र है. जिसमें 8 शिक्षक है. जिसमें वह अकेला यहां पुरुष शिक्षक है. शिक्षा विभाग को इसकी जानकारी दी गई है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा जांच की जा रही है.

ये भी पढ़ें- 'मैं क्यों दूंगा धमकी, मैंने ही मास्टर को बसाया है', FIR के बाद आया गोपाल मंडल का हड़काने वाला बयान

प्राचार्य शबिहा खातून ने प्रेस को देख सबसे पहले स्कूल के अन्दर से ताला बंद कर लिया और कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. वह बार बार कह रही थी रोजा में परेशान मत कीजिए. किसी तरह समझाने के बाद बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. टालमटोल जवाब देखा गया. बताया कि प्रस्तावना ,राष्ट्रगान और प्रार्थना होता हीं है. रोते हुए कहा कि स्कूल का ताला अन्दर से बंद कर रह रही है.इस मामले में डीएम डॉ त्याग राजन एसएम ने मंगलवार को बताया कि इस पर कुछ टिप्पणी नहीं करना है वास्तविक स्थिति की जांच कर बताई जाएगी.

इनपुट- राजेश कुमार

बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

TAGS

Trending news

;