Waqf Amendment Bill 2025: ओखला विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के तुरंत बाद शनिवार को दिल्ली में भाजपा और आप के बीच राजनीतिक वाकयुद्ध छिड़ गया.
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Waqf Amendment Bill 2025: ओखला विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के तुरंत बाद शनिवार को दिल्ली में भाजपा और आप के बीच राजनीतिक वाकयुद्ध छिड़ गया. अमानतुल्लाह खान ने अपनी याचिका में कहा है कि यह विधेयक मुसलमानों की धार्मिक और सांस्कृतिक स्वायत्तता को कम करता है, मनमाने ढंग से कार्यकारी हस्तक्षेप को सक्षम बनाता है और अल्पसंख्यकों के अपने धार्मिक और धर्मार्थ संस्थानों के प्रबंधन के अधिकारों को कमजोर करता है.
दूसरी ओर, भाजपा ने प्रचार स्टंट के जरिये अपने मतदाताओं को खुश करने की कोशिश करने के लिए उन पर निशाना साधा. AAP ने शुक्रवार को संसद द्वारा पारित विधेयक की आलोचना करते हुए कहा कि यह मनमाने ढंग से कार्यकारी हस्तक्षेप को बढ़ावा देगा और अल्पसंख्यकों के अपने धार्मिक और धर्मार्थ संस्थानों के प्रबंधन के अधिकारों को कमजोर करेगा. इसको लेकर दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने शनिवार को कहा कि शहर में सरकार बदलने के बाद, खान अब दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष नहीं हैं., इसलिए अदालत में विधेयक को उनकी चुनौती प्रचार के लिए व्यक्तिगत हैसियत में है, न कि बोर्ड की ओर से.
कपूर ने कहा कि दिल्ली के लोग, जिनमें मुसलमान भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि वे अच्छी तरह जानते हैं कि खान की अध्यक्षता में दिल्ली वक्फ बोर्ड में कितना भ्रष्टाचार हुआ. उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार और उसमें उनकी भूमिका उजागर होने के डर से ही अमानतुल्लाह खान ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
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बता दें कि ओखला विधायक के रूप में अपने 10 साल के कार्यकाल में अमानतुल्लाह खान कई बार कानून के शिकंजे में फंसे हैं. पिछले साल सितंबर में, अमानतुल्लाह खान को ED ने दिल्ली वक्फ बोर्ड में अध्यक्ष के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान नियुक्तियों में अनियमितताओं से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी.
फरवरी में, अमानतुल्लाह खान पर पुलिस को बाधित करने और हाथापाई करने का प्रयास करने का मामला दर्ज किया गया था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह घटना जामिया नगर इलाके में हुई जब दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने हत्या के प्रयास के एक मामले में वांछित शबाज खान को गिरफ्तार करने का प्रयास किया.
पुलिस टीम के साथ खान के टकराव ने शबाज को गिरफ्तारी से बचने में मदद की. हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनावों में खान ने ओखला निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के मनीष चौधरी को 23,639 मतों के अंतर से हराया. अमानतुल्लाह खान को 88,392 वोट मिले जबकि भाजपा के चौधरी को 65,304 वोट मिले. खान ने लगातार तीसरी बार ओखला से चुनाव जीता है.