Fatehabad News: फतेहाबाद की मंडी में गेहूं खरीद के लिए सरकार द्वारा हैफेड और हरियाणा वेयर हाउस 2 एजेंसिया निर्धारित की गई थी. जबकि मंडी के व्यापारी डीएफएससी से भी गेहूं की खरीद चाहते थे. इसी मांग को लेकर मंडी व्यापारियों ने खरीद ठप रखी हुई थी.
Trending Photos
Fatehabad News: फतेहाबाद मंडी में गेंहू की खरीद शुरू हुई. व्यापारियों ने अपनी हड़ताल वापिस ली. व्यापारियों ने डीएफएससी एजेंसी से खरीद की मांग को लेकर गेहूं की खरीद को रोक रखा था. आज से अनाज मंडी के हनुमान मंदिर में व्यापारियों की बैठक हुई. बैठक में एसडीएम पहुंचे, जहां मार्केट कमेटी सेक्टरी और डीएफएससी, व्यापारियों से खरीद शुरू करवाने की अपील की.
पिछले कई दिनों की जद्दोजहद के बाद आखिरकार सोमवार को फतेहाबाद की अनाजमंडी में गेहूं की खरीद शुरू हो ही गई. व्यापार मंडल की ओर से अनाजमंडी के हनुमान मंदिर में एक बैठक बुलाई गई. इसमें व्यापारियों का तर्क था कि इलाके के किसान अपनी फसल की लेकर पिछले कई दिनों से मंडी बैठे हुए है और उनकी फसल न बिकने के कारण उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है. किसानों की परेशानी और मौसम को देखते हुए व्यापारियों ने अपनी हड़ताल वापिस लेने का फैसला लिया.
इस दौरान फतेहाबाद के एसडीएम, मार्केट कमेटी के सचिव और जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक भी बैठक में पहुंचे और व्यापारियों से गेहूं की खरीद शुरू करवाने की अपील की. व्यापारियों ने एक बार फिर बैठक में पहुंचे अधिकारियों के सामने अपनी मांग रखी. अधिकारियों ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि उनकी मांग उच्चाधिकारियों के समक्ष रखकर मनवाने के प्रयास करेंगे. अधिकारियों के आश्वासन पर अनाजमंडी के व्यापारी सहमत हुए और उन्हें 1 सप्ताह का समय देते हुए अपनी हड़ताल वापिस लेने की घोषणा की.
ये भी पढ़ें: दिल्ली में बेटे की हत्या से दुखी मां बोली-हम मेरठ से हैं, हमें योगी वाला न्याय चाहिए
व्यापार मंडल के प्रधान जगदीश भादू ने कहा कि प्रशासन ने उन्हें आश्वस्त किया है कि फतेहाबाद मंडी में डीएफएससी की खरीद करवाने का प्रयास करेंगें. हम व्यापारियों ने उनके आश्वासन को देखते एकबार अपनी हड़ताल वापिस ले ली है. अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो फिर से हड़ताल पर जा सकते हैं.
दरअसल, फतेहाबाद की मंडी में गेहूं खरीद के लिए सरकार द्वारा हैफेड और हरियाणा वेयर हाउस 2 एजेंसिया निर्धारित की गई थी. जबकि मंडी के व्यापारी डीएफएससी से भी गेहूं की खरीद चाहते थे. इसी मांग को लेकर मंडी व्यापारियों ने खरीद ठप रखी हुई थी.
Input: Ajay Mehta