Ghaziabad News: बढ़ती महंगाई ने बिगाड़ा थाली का जायका!, रसोई के स्वाद का असर अब जेब पर, टमाटर 80 रुपए किलो
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Ghaziabad News: बढ़ती महंगाई ने बिगाड़ा थाली का जायका!, रसोई के स्वाद का असर अब जेब पर, टमाटर 80 रुपए किलो

Ghaziabad News: मौसम की मार अब आम आदमी की रसोई तक पहुंच गई है. महंगाई ने थाली का जायका बदल दिया है. सब्जियों के दामों में बेतहाशा वृद्धि ने हर घर के बजट को प्रभावित किया है. हर सब्जी के दाम आसमान छू रहे हैं.

Ghaziabad News: बढ़ती महंगाई ने बिगाड़ा थाली का जायका!, रसोई के स्वाद का असर अब जेब पर, टमाटर 80 रुपए किलो

Ghaziabad News: मौसम की मार अब आम आदमी की रसोई तक पहुंच चुकी है. महंगाई ने थाली का जायका ही बदल दिया है. सब्जियों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि ने घर-घर के बजट को प्रभावित किया है. खासकर टमाटर, जो हर सब्जी में स्वाद बढ़ाने के लिए जरूरी माना जाता है, उसकी कीमतें आसमान छू रही हैं.

टमाटर पहुंचा ₹80 किलो
कुछ हफ्ते पहले तक ₹15 से ₹20 प्रति किलो मिलने वाला टमाटर अब ₹70 से ₹80 प्रति किलो तक बिक रहा है. बाजार में खरीदारी करने आई एक महिला ने बताया, पहले हम हर बार एक-दो किलो टमाटर ले लेते थे, अब मजबूरी में सिर्फ ढाई सौ ग्राम ही खरीद पा रहे हैं. घर का बजट संभालना मुश्किल हो गया है.

महंगाई का सीधा असर जेब पर
महिलाओं का कहना है कि टमाटर के बिना सब्जी अधूरी लगती है, इसलिए कीमत चाहे जितनी भी हो, खरीदना जरूरी है. कई परिवार अब टमाटर का उपयोग सीमित कर रहे हैं और उसकी जगह अन्य विकल्पों की तलाश में हैं.

बारिश और आपूर्ति संकट महंगाई की बड़ी वजह
मंडी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष के अनुसार बारिश के कारण मैदानी इलाकों की फसलें खराब हो गई हैं, जिससे सब्जियों की आपूर्ति घट गई है. अब सब्जियां पहाड़ी और ऊंचाई वाले क्षेत्रों से आ रही हैं, जिससे लागत और परिवहन खर्च बढ़ने के कारण दाम चढ़ गए हैं.

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घरेलू बजट पर गहरा असर
उन्होंने बताया कि टमाटर की कीमतें अगले दो महीने तक इसी तरह ऊंची बनी रह सकती हैं. वहीं अन्य हरी सब्जियां भी अगले 15 से 20 दिनों तक महंगी रह सकती हैं. आम जनता की परेशानियां लगातार बढ़ रही हैं. कम आय वाले परिवारों के लिए रसोई का खर्च संभालना कठिन होता जा रहा है. थाली से स्वाद धीरे-धीरे गायब हो रहा है और सब्जियों का इस्तेमाल सीमित कर दिया गया है. फिलहाल, रसोई का स्वाद अब जेब पर भारी पड़ता दिख रहा है.

Input- Piyush Gaur

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