Kurukshetra Blackout: 10 मिनट का अंधेरा...देशभक्ति का उजाला, आज कुरुक्षेत्र तैयार ब्लैकआउट के लिए
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Kurukshetra Blackout: 10 मिनट का अंधेरा...देशभक्ति का उजाला, आज कुरुक्षेत्र तैयार ब्लैकआउट के लिए

Kurukshetra durning blackout: उपायुक्त के आदेशानुसार पूरे जिले में रात्रि 7:50 से 8:00 बजे तक ब्लैकआउट ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. इस विशेष अभ्यास में जनता की सक्रिय भागीदारी अपेक्षित है. लोगों से अपील की गई है कि वे अपने घरों की सारी लाइटें बंद करें और आसपास की रोशनी भी यथा संभव बुझा दें.

Kurukshetra Blackout: 10 मिनट का अंधेरा...देशभक्ति का उजाला, कुरुक्षेत्र तैयार ब्लैकआउट के लिए
Kurukshetra Blackout: 10 मिनट का अंधेरा...देशभक्ति का उजाला, कुरुक्षेत्र तैयार ब्लैकआउट के लिए

Blackout Drill in Kurukshetra: हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में आज रात एक विशेष ब्लैकआउट ड्रिल आयोजित की जा रही है जिसका उद्देश्य सुरक्षा तैयारियों को परखना और जनता को जागरूक करना है. उपायुक्त के आदेशानुसार आज रात 7:50 से 8:00 बजे तक पूरे जिले में सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने घरों की सभी लाइटें बंद करें और जहां तक संभव हो, आसपास की लाइटें भी बंद कर दें.

जिला प्रशासन के अनुसार यह अभ्यास केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि देश और समाज के प्रति हमारी सजगता और एकजुटता का प्रतीक है. जब देश के सीमांत क्षेत्रों में तनाव का माहौल हो, जब हम सिरसा जैसी घटनाओं से सबक ले रहे हों, तब जनता की भागीदारी से होने वाली यह ब्लैकआउट ड्रिल एक मजबूत संदेश देती है कि हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं. जिला प्रशासन ने बताया कि यह अभ्यास जनता के सहयोग से ही सफल हो सकता है. किसी भी खतरे से निपटने के लिए जरूरी है कि आम नागरिक भी प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें. इसी सोच के साथ यह ड्रिल रखी गई है, ताकि कोई आपात स्थिति आने पर जनता को भी सही व्यवहार और सहयोग का अभ्यास हो.

कई नागरिकों ने इस निर्णय की सराहना की है. एक स्थानीय शिक्षक ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने आजादी की लड़ाई में रातों को दीपक बुझाकर अपनी पहचान छुपाई थी, आज हम उस भावना को याद कर रहे हैं. यह ड्रिल न केवल सुरक्षा व्यवस्था का पूर्वाभ्यास है, बल्कि यह हमारे देशभक्ति के भाव को भी जागृत करती है. जब हम कुछ पलों के लिए अंधेरे में रहकर देश की सुरक्षा की कल्पना करते हैं, तब हमें समझ आता है कि सीमा पर खड़े जवान किस तरह हर रोज खतरे का सामना करते हैं. प्रशासन का कहना है कि यह 10 मिनट का अंधेरा एक रोशनी है – एकजुटता, सजगता और सुरक्षा की. इस संकट की घड़ी में सरकार का सहयोग करना हर नागरिक का कर्तव्य है. आज रात 7:50 से 8:00 बजे तक अपने घरों की लाइटें बंद करें और इस राष्ट्रहित में उठाए गए कदम का हिस्सा बनें. क्योंकि जब देश पुकारता है, तो हर दीपक बुझाना भी एक जिम्मेदारी बन जाती है.

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