Rohtak-Kurukshetra Hospital: भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जारी है. वहीं कुरुक्षेत्र और रोहतक जिले में किसी भी तरह की आपातकालिन स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों ने तैयारी कर ली है. जहां एक तरफ कुरुक्षेत्र में अस्पतालों में 3 हजार बेड की व्यवस्था कि गई है. वहीं रोहतक पीजीआईएमएस में 900 से अधिक ब्लड यूनिट स्टोर किए गए हैं.
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Haryana News: एक तरफ भारत-पाक युद्ध चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ देश में आपातकालीन स्थिति से निपटने की तैयारी तेजी से चल रही है. हरियाणा के कुरुक्षेत्र में आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में 3 हजार बैड की व्यवस्था कि जा रही है. जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने बताया कि कुरुक्षेत्र में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के पर्याप्त प्रबंध किए गए है. इस जिले में 26 सरकारी और 15 प्राइवेट एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है. प्रत्येक एंबुलेंस में स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारी की ड्यूटी लगा दी गई है.
वहीं लगभग 3 हजार बैड की व्यवस्था की गई है. इसमें 542 सरकारी और 2414 प्राइवेट अस्पतालों में बैड की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि दवाइयों और यंत्रों की भी पर्याप्त व्यवस्था है. जिले में IMA के सदस्यों के साथ मीटिंग कर ली गई है और सभी तालमेल के साथ किसी भी आपदा से निपटने के लिए तत्पर रहेंगे. उन्होंने आगे कहा कि प्राइवेट अस्पताल से तालमेल बनाने के लिए एक डिप्टी CMO को नोडल अधिकारी बनाया गया है. इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है.
PGIMS पूरी तरह से तैयार
वहीं रोहतक पीजीआईएमएस ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एस के सिंघल ने बताया कि संस्थान ने अपनी स्वास्थ्य सेवाओं में कोई कमी न आने देने के लिए अपनी कमर कस ली है. डॉ. सिंघल ने बताया कि इमरजेंसी के 65 बेड और ट्रॉमा सेंटर के 120 बेड आपात स्थिति के लिए मार्क हैं. इसके अलावा, यदि कोई मॉस कैजुअल्टी आती है तो आपातकाल विभाग के 6 नंबर कमरे मे 20 बेड रिजर्व है. उन्होंने आगे कहा कि 2280 बेड से अधिक की क्षमता वाला यह संस्थान सदैव आपदा से निपटने के लिए तैयार है. संस्थान के पास पर्याप्त मात्रा में ब्लड की यूनिट उपलब्ध है, जिसमें 900 से अधिक ब्लड यूनिट स्टोर किए गए हैं. साथ ही दवाइयां भी उपलब्ध हैं.
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मेडिकल उपकरण और दवाइयां उपलब्ध
सेंट्रल स्टोर में 750 से अधिक प्रकार के मरीज के इलाज में प्रयोग होने वाले मेडिकल उपकरण और दवाइयां भी उपलब्ध हैं. इसके अलावा, पीजीआईएमएस ऑक्सीजन के मामले में भी पूरी तरह से आत्मनिर्भर है और 40000 लीटर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक भी संस्थान के पास है. पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एस के सिंघल ने बताया कि संस्थान अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है