Haryana News: कैथल में सफाई कर्मचारी और कूड़ा उठाने वाले कर्मचारी आज हड़ताल पर चले गए हैं. कर्मचारियों ने ठेकेदारों पर शोषण और गुंडागर्दी का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ठेकेदार न सिर्फ उनका आर्थिक शोषण करते हैं, बल्कि आवाज़ उठाने पर उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी भी देते हैं. जिसके कारण शहर में कूड़े का ढेर लग गया.
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Kaithal news: कैथल में नगर परिषद के सफाई और कूड़ा उठान करने वाले कर्मचारी आज हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे शहर में कूड़ा उठान का कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है. कर्मचारियों ने ठेकेदारों पर शोषण और गुंडागर्दी के गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि ठेकेदार न केवल आर्थिक शोषण करते हैं, बल्कि आवाज उठाने पर नौकरी से निकालने की धमकी भी देते हैं.
कर्मचारियों का कहना है कि शहर की जनसंख्या के अनुसार कम से कम 800 सफाई कर्मचारियों की आवश्यकता है, लेकिन वर्तमान में 400 कर्मचारी भी कार्यरत नहीं हैं. इनमें से कई कर्मचारी सरकारी अधिकारियों, नेताओं और पूर्व मंत्रियों के निजी आवासों पर तैनात हैं. शेष कर्मचारियों पर पूरे शहर की सफाई का बोझ है, जिससे वे अत्यधिक दबाव में कार्य कर रहे हैं.
कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार ने कूड़ा उठान का कार्य ठेकेदारों को सौंप रखा है, जो कर्मचारियों का शोषण करते हैं. उन्हें सरकार द्वारा घोषित पूरा वेतन भी नहीं मिलता. अपनी मांगों को लेकर कर्मचारियों ने नगर परिषद कार्यालय के बाहर अपने कूड़ा उठान वाहनों को खड़ा कर प्रदर्शन किया और रोष मार्च निकाला. उन्होंने स्पष्ट कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं और उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिलता, तब तक वे कार्य पर नहीं लौटेंगे.
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अगर हड़ताल जारी रही तो कैथल शहर जल्द ही कूड़े के ढेर में तब्दील हो सकता है. वहीं, नगर परिषद की भाजपा चेयरपर्सन पर ठेकेदारों से मिलीभगत के आरोप भी लग रहे हैं, जिसके चलते कर्मचारियों का शोषण और बढ़ गया है. कर्मचारियों ने मांग की है कि सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए, ठेकेदारों की मनमानी पर रोक लगे और उन्हें सरकार द्वारा घोषित पूरा वेतन प्रदान किया जाए. शहरवासियों को अब प्रशासन से जल्द समाधान की उम्मीद है, अन्यथा स्थिति और भी गंभीर हो सकती है.
इनपुट- विपिन शर्मा