Haryana News: बरसात के मौसम में भी पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं लांबा गांव के ग्रामीण, परेशान लोगों ने दादरी-रोहतक रोड पर लगाया जाम
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Haryana News: बरसात के मौसम में भी पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं लांबा गांव के ग्रामीण, परेशान लोगों ने दादरी-रोहतक रोड पर लगाया जाम

Haryana News: चरखी दादरी जिले के गांव लाम्बा में बारिश के मौसम में भी पीने के पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. इसी के चलते आज ग्रामीणों ने दादरी-रोहतक रोड पर जाम लगा दिया, जिससे यातायात व्यवस्था बाधित हो गई. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं निकला, लेकिन ग्रामीण वहीं डटे रहे.

Haryana News: बरसात के मौसम में भी पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं लांबा गांव के ग्रामीण, परेशान लोगों ने दादरी-रोहतक रोड पर लगाया जाम

Charkhi Dadri news: गांव लांबा में बारिस के मौसम में भी गांव के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं. आज ग्रामीणों ने पीने के पानी की समस्या को लेकर दादरी-रोहतक रोड पर जाम लगा दिया, जिससे यातायात व्यवस्था बाधित हो गई. पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष है. मौके पर मौजूद ग्राम सरपंच ने कहा कि प्यास से मरने से अच्छा है कि वाहन दुर्घटना में मर जाएं.

ग्रामीणों को समझाते अधिकारी
सूचना मिलने पर बौंद कलां थाना प्रभारी (एसएचओ) सतबीर सिंह और सीआईए इंचार्ज दिलबाग सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण वहीं डटे रहे और सडक पर जाम लगा रहा.

ग्रामीण मजबूरन करनी पड़ी सड़क जाम 
गांव लाम्बा के सरपंच अनिल कुमार की अगुवाई में रोड जाम कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में लंबे समय से पेयजल की समस्या बनी हुई है. गांव का जोहड़ पूरी तरह से सूखा पड़ा है, और जलघर में भी पानी नहीं है, जिससे उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि वे इस समस्या को लेकर कई बार संबंधित विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय विधायक से संपर्क कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है, मजबूरन उन्हें सड़क जाम करनी पड़ी है. 

गांव की महिलाओं का कहना
ग्रामीण रोहतक-दादरी मार्ग के बीचोबीच बैठ गए हैं, जिससे पिछले एक घंटे से यातायात ठप है. वहीं महिलाओं का कहना है, धूप में बैठकर कौन राजी है? हमारे छोटे-छोटे बच्चे दूसरे गांवों से पानी लाकर पीने को मजबूर हैं. जब भी अधिकारियों से बात करते हैं, तो हर बार यही जवाब मिलता है कि एक सप्ताह में समस्या हल हो जाएगी.

गांव के सरपंच ने कहा प्यासा मरने से अच्छा है वाहन की टक्कर से मर जाएं
गांव के सरपंच अनिल कुमार ने कहा प्यासा मरने से अच्छा है कि किसी वाहन की टक्कर से मर जाएं, अगर बारिश के मौसम में यह हाल है, तो आगे क्या होगा?मौके पर पहुंचे सिंचाई विभाग के एसडीओ मुकेश कुमार ने ग्रामीणों को जल्द समाधान का आश्वासन दिया, जिसके बाद जाम खुलवाया गया।

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Input- Pushpender Kumar1

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