Haryana News: करनाल में किसान संगठनों का जोरदार प्रदर्शन, CM आवास तक निकाला विरोध मार्च
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2687659

Haryana News: करनाल में किसान संगठनों का जोरदार प्रदर्शन, CM आवास तक निकाला विरोध मार्च

Farmer protest: गुरुवार को करनाल में अखिल भारतीय किसान सभा और भारतीय किसान यूनियन के किसानों से नायाब सिंह सैनी के आवास तक विरोध मार्च निकाला. इस प्रदर्शन में कृषि संबंधी मांगों को लेकर किसान शामिल हुए.

Farmerprotest
Farmerprotest

Haryana News: करनाल में गुरुवार को अखिल भारतीय किसान सभा और भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान एकजुट हुए. किसानों ने यहां से सीएम नायब सिंह सैनी के आवास तक विरोध मार्च निकाला. इस प्रदर्शन में कृषि संबंधी मांगों को लेकर बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए और अपनी चिंताएं जाहिर की. यह तब हुआ जब पंजाब पुलिस ने बुधवार को पंजाब हरियाणा शंभू बॉर्डर से किसानों को हटा दिया, जो मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे.

पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह ने दी प्रतिक्रिया 
पुलिस ने धरने वाली जगह पर किसानों द्वारा बनाए गए अस्थायी ढांचों को भी हटा दिया. अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर समेत कई किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि यह कार्रवाई इसलिए की गई, क्योंकि वे शंभू और खनौरी बॉर्डर खोलना चाहते हैं.

ये भी पढ़ें- जेवर एयरपोर्ट के पास अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई, जिलाधिकारी ने जारी किया नोटिस

सुखबीर सिंह बादल ने AAP पर लगाए आरोप
वहीं हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि किसानों को दिल्ली या कहीं और विरोध प्रदर्शन करना चाहिए, क्योंकि उनकी मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं. वहीं गुरुवार को हरियाणा पंजाब शंभू सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, क्योंकि हरियाणा पुलिस ने किसानों की आवाजाही रोक लगा दिए थे और सीमा पर लगाए गए कंक्रीट बैरिकेड्स हटा दिए थे. इसी जगह पर किसान मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे. इस बीच, शिरोमणि अकाली दल (SAD) के पूर्व प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने प्रदर्शनकारी किसानों की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब की भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर फसलों पर MSP का वादा करने के बावजूद किसानों की मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया.

;