Gurugram News: गुरुग्राम और नूंह में 10 हजार एकड़ में बनेगी जंगल सफारी, इन गांवों को मिलेगा फायदा, जल्द शुरू होगा काम
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Gurugram News: गुरुग्राम और नूंह में 10 हजार एकड़ में बनेगी जंगल सफारी, इन गांवों को मिलेगा फायदा, जल्द शुरू होगा काम

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम और नूंह में बनने वाली जंगल सफारी के लिए बजट का प्रावधान किया है. यह सफारी 10,000 एकड़ में फैलेगी और इसके काम की शुरुआत जल्द ही की जाएगी.

Gurugram News: गुरुग्राम और नूंह में 10 हजार एकड़ में बनेगी जंगल सफारी, इन गांवों को मिलेगा फायदा, जल्द शुरू होगा काम

Jungle Safari: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम और नूंह में बनने वाली जंगल सफारी के लिए बजट का प्रावधान किया है. यह सफारी 10,000 एकड़ में फैलेगी और इसके काम की शुरुआत जल्द ही की जाएगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि यह जंगल सफारी दुनिया की सबसे बड़ी और अनोखी होगी, जिससे देश-विदेश के लोगों में उत्सुकता बढ़ेगी. सफारी को कई चरणों में विकसित किया जाएगा, जिसमें पहले चरण का कार्य अगले दो वर्षों में पूरा होने की योजना है.

सफरी के साथ-साथ होगा तेंदुआ पार्क का भी निर्माण
इस परियोजना में पर्यटन विभाग, वन विभाग, वन्य जीव विभाग और चिड़ियाघर प्राधिकरण जैसे विभिन्न विभाग शामिल होंगे. इन विभागों के सहयोग से जंगल सफारी को सफलतापूर्वक लागू किया जाएगा. इस सफारी के साथ-साथ तेंदुआ पार्क का भी निर्माण किया जाएगा, जो करीब 15 किलोमीटर लंबा होगा. हाल ही में तेंदुआ बाहुल्य वाले क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया गया है, जिससे यह पता चला है कि तेंदुओं की संख्या किन-किन हिस्सों में अधिक है.

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गुरुग्राम और नूंह के कई गांवों को पहुंचेगा लाभ
जंगल सफारी का कार्य इस वर्ष शुरू होगा और यह परियोजना गुरुग्राम और नूंह के कई गांवों को लाभ पहुंचाएगी. 10,000 एकड़ की इस सफारी में 6,000 एकड़ गुरुग्राम और 4,000 एकड़ नूंह की भूमि शामिल होगी. गुरुग्राम के गांव जैसे सकतपुर वास, शिकोहपुर, भोंडसी, घामडौज, अलीपुर टिकली, अकलीमपुर, नौरंगपुर बड़गूजर और नूंह के कोटा खंडेवला, गंगानी, मोहम्मदपुर अहीर, खरक, जलालपुर, भांगो, चलका इस परियोजना में शामिल हैं. इन गांवों के ग्रामीणों को इस सफारी से आर्थिक और सामाजिक लाभ मिलने की उम्मीद है. 

इस योजना से हरियाणा में पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी. लोग जंगल सफारी का अनुभव लेने के लिए यहां आएंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. इस प्रकार, जंगल सफारी न केवल पर्यटकों के लिए एक आकर्षण बनेगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर प्रदान करेगी.

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