Haryana Urban Body Elections: चुनाव आयोग ने मतदान के लिए दो EVM मशीनों की व्यवस्था की है. पानीपत नगर निगम के लिए मतदान 9 मार्च को होगा, जबकि बाकी सभी जगहों के नतीजे 12 मार्च को घोषित किए जाएंगे.
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Haryana Nikay Chunav 2025: हरियाणा में नगर निगम और नगर निकाय चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ चुका है. आज सुबह 8 बजे से 9 नगर निगम और 40 नगर निकायों में मतदान शुरू हो चुका है. इस चुनाव को 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले का सेमीफाइनल माना जा रहा है, क्योंकि स्थानीय निकायों में जीत का असर आगामी बड़े चुनावों पर पड़ सकता है. प्रदेश की सत्ताधारी बीजेपी-जेजेपी गठबंधन को इन चुनावों में अपनी पकड़ मजबूत करनी होगी, वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इसे जनता के मूड को समझने का मौका मान रही हैं.
मेयर चुनाव पर सभी दलों की नजर
हरियाणा के दो बड़े शहरों अंबाला और सोनीपत में सिर्फ मेयर पद के लिए उपचुनाव हो रहा है. जबकि गुरुग्राम, हिसार, रोहतक, फरीदाबाद, मानेसर, यमुनानगर और करनाल में मेयर के साथ-साथ वार्ड पार्षदों का भी चुनाव हो रहा है. इस बार मेयर पद के लिए कुल 39 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें कई बड़े राजनीतिक दलों के समर्थित प्रत्याशी भी शामिल हैं. बीजेपी ने अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए इन चुनावों में पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं कांग्रेस, जो कि राज्य में खुद को विकल्प के रूप में पेश कर रही है, मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही. आम आदमी पार्टी भी मैदान में है और निकाय चुनावों के जरिये हरियाणा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रही है.
कुल 55 लाख मतदाता करेंगे फैसला
इन चुनावों में कुल 55 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें 27 लाख पुरुष, 24 लाख महिला और 184 अन्य मतदाता शामिल हैं. मतदान के लिए कुल 5,126 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 393 संवेदनशील और 531 अति संवेदनशील केंद्र घोषित किए गए हैं. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं.
ईवीएम से होगा मतदान, 12 मार्च को आएंगे नतीजे
चुनाव आयोग ने दो EVM मशीनों से मतदान करवाने की व्यवस्था की है एक मेयर या प्रधान पद के लिए और दूसरी वार्ड सदस्य के लिए. वहीं, जिन क्षेत्रों में सिर्फ उपचुनाव हो रहा है, वहां एक ही EVM का इस्तेमाल किया जाएगा. पानीपत नगर निगम की वोटिंग 9 मार्च को होगी, जबकि बाकी सभी स्थानों के नतीजे 12 मार्च को घोषित किए जाएंगे.
राजनीतिक दलों के लिए अग्निपरीक्षा
हरियाणा में स्थानीय निकाय चुनाव को बीजेपी-जेजेपी गठबंधन के लिए अग्निपरीक्षा माना जा रहा है, क्योंकि राज्य में उनकी सरकार के खिलाफ एंटी-इंकम्बेंसी की चर्चाएं हो रही हैं. वहीं, कांग्रेस के लिए यह चुनाव अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन वापस पाने का मौका हो सकता है. आम आदमी पार्टी भी इस चुनाव में आक्रामक रुख अपनाए हुए है और इसे हरियाणा में अपने विस्तार की पहली सीढ़ी मान रही है. चुनावी माहौल गरम है, आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि हरियाणा की जनता किसे अपना समर्थन देती है. 12 मार्च को नतीजे यह तय करेंगे कि क्या बीजेपी-जेजेपी गठबंधन अपनी सत्ता को बरकरार रख पाएगा या विपक्षी दलों को मजबूती मिलेगी.
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