MP News: दमोह ने पलटी बाजी, बोर्ड में पिछड़ने के बाद भी भारत सरकार की ग्रेडिंग में टॉप पर
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MP News: दमोह ने पलटी बाजी, बोर्ड में पिछड़ने के बाद भी भारत सरकार की ग्रेडिंग में टॉप पर

Damoh News: मध्य प्रदेश बोर्ड परीक्षा परिणा में पिछड़ने वाला दमोह ने इस बार बाजी पलट दी है. भारत सरकार द्वारा जारी शिक्षा ग्रेडिंग में दमोह मध्य प्रदेश में टॉप पर है. आइए जानते हैं किन-किन मामलों में एमपी का दमोह टॉप में आया है. 

MP News: दमोह ने पलटी बाजी, बोर्ड में पिछड़ने के बाद भी भारत सरकार की ग्रेडिंग में टॉप पर

MP News: एमपी बोर्ड एग्जाम में दसवी और बारहवी के परीक्षा परिणामो में प्रदेश में सबसे निचले पायदान पर आने वाले दमोह जिले ने अब एक नया कीर्तिमान रचा है.  भारत सरकार के एक अभियान की ग्रेडिंग में मध्य प्रदेश पहला स्थान हासिल किया है. दरअसल, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने साल 2022-23 और 2023-24 की परफार्मिंग इंडेक्स जारी की है. इसमें मध्य प्रदेश का दमोह जिला प्रदेश में टॉप पर है.

भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी परफार्मिंग इंडेक्स में स्कूली शिक्षा की परफार्मिंग ग्रेडिंग इंडेक्स पीजीआई जारी कर जिले वार स्थिति को बताया गया है. इसमें राज्यवार सभी स्कूलों की परफॉर्मन्स को छह कैटेगिरी में रखा गया है. अलग अलग छह कैटेगिरी में दमोह जिले ने अधोसरंचना और डिजिटल लर्निंग की कैटेगिरी में 600 में से 303 अंक हासिल कर प्रवेष्ठा सूची में स्थान हासिल किया है. जबकि लर्निंग आउटकम में 290 में से 168 अंक हासिल कर एमपी में पहला स्थान प्राप्त किया.

शिक्षा विभाग में खुशी की लहर
बीते दो सालो में जिले में प्राइमरी एजुकेशन की फील्ड में कई नवाचार किये गए. जिनका आंकलन भारत सरकार की टीम ने किया और उन मापदंडों पर खरा उतरने पर ये उपलब्धि मिली है. इस उपलब्धि पर जिले के शिक्षा विभाग में खुशी की लहर है. वहीं जिले के कलेक्टर ने इसे विभाग के लोगों की मेहनत का नतीजा बताया है. लेकिन मौज़ूदा हालातों को देखते हुए कलेक्टर सुधीर कोचर कहते हैं कि अभी जिले को बहुत मेहनत की जरूरत है.

बोर्ड रिजल्ट में नीचले पायदान पर रहा दमोह
गौरतलब है कि दमोह जिला बोर्ड परीक्षा के 10वीं और 12वीं के परिणामों में प्रदेश में सबसे निचले पायदान पर रहा. खराब रिजल्ट के चलते उस वक्त दमोह कलेक्टर ने ऐसे शिक्षकों पर शिकंजा कसी थी. जिन स्कूलों का रिजल्ट 30 प्रतिशत से कम रहा है. इस दौरान कलेक्टर ने यह भी कहा था कि ऐसे शिक्षकों को अब खुद परीक्षा देनी होगी. इस परीक्षा में उनको कम से कम 50 प्रतिशत अंक लाने के लिए भी निर्देश दिए थे. 

रिपोर्ट- महेंद्र दुबे, जी मीडिया, दमोह

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