Damoh News: मध्य प्रदेश के दमोह जिले में दूषित पानी पीने से तेंदूखेड़ा इलाके में कई लोग बीमार हो गए हैं. जिससे जिले के कई अस्पताल पूरी तरह से फुल हैं. वहीं जब पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए, तो चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. इसको लेकर कई डॉक्टरों की छुट्टियां भी कैंसिल कर दी गई हैं.
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Damoh Health News: मध्य प्रदेश के दमोह जिले में तेंदूखेड़ा में पिछले एक हफ्ते से लगातार मरीजों की संख्या बढ़ा रही है. बता दें कि इन मरीजों में सबसे ज्यादा उल्टी-दस्त के मरीज सामने आ रहे हैं. दमोह के सिविल अस्पताल के अलावा, जिला अस्पताल समेत अन्य निजी हॉस्पिटलों में मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. कई मरीज तो ऐसे हैं, जो घरों में ठहरे हुए हैं. इस बीमारी सबसे बड़ी वजह नगर पालिका और नर्मदा जल सप्लाई का पानी बताया जा रहा है.
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए दमोह कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं. एसडीएम तेन्दूखेड़ा ने पेयजल सप्लाय के सेम्पल जांच के लिए भेजे थे और जो रिपोर्ट आई है, वो डराने वाली है. लोगो के घरों तक पाइप लाइन के जरिए पहुंचने वाला पानी दूषित पाया गया है. इस पानी मे बड़ी तादात में वैक्टीरिया पाए गए है, जो मानव शरीर के लिए हानिकारक है. इस वजह उल्टी दस्त की शिकायत और डी हाइड्रेशन होता है.
जांच से मचा हड़कंप
डॉक्टर्स के मुताबिक, कई बार ज्यादा उल्टी दस्त की वजह से इंसान की जान भी जा सकती है. पानी की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद इलाके में और हड़कंप मच गया है, हालांकि बीते चार दिनों से नर्मदा वाटर सप्लाई को बंद कर दिया गया है, जिस वजह से बरसात के दिनों में भी लोगों को पीने के पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है. इलाके में बारिश के दिनों में भी पेयजल संकट है और शहर के दस से ज्यादा वार्डों के वाशिंदे पीने के पानी के लिये भटक रहे है.
पानी दूषित कैसे हुआ ?
आपको बता दें कि इलाके में हालात बिगड़ गए हैं. अब सवाल यह भी है, आखिर पाइप लाइन के जरिये सप्लाई होने वाला नर्मदा जल कैसे हुआ. तो वार्डो में जो स्थिति है, वो खुद बयान कर रही है, कि पानी इन्फेक्टेड होगा ही. अधिकांश पाइप लाइन नालियों के भीतर है और कई जगहों से डेमेज है. इन्हीं डेमेज एरिया से नालियों में बहने वाला गन्दा पानी पेयजल के लिये सप्लाय होने वाले पानी मे मिल रहा है, जो कि इस पानी मे वैक्टीरिया पैदा करते हैं और यही पानी लोगों की बीमारी का कारण बना. फिलहाल जिले के कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को समझते हुए नगर पालिका को निर्देश दिया है कि पानी का सप्लाई बंद करके पाइप लाइन को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए.
डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द
वहीं नगर पालिका ने भी इस दिशा में काम शुरू कर दिया है. इसको लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जब पीने का साफ पानी प्रशासन मुहैया नहीं करा पा रहा है, तो हर महीने पैसे किस बात के लिए जा रहे हैं. हालातों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, सभी को मुख्यालय में रहने के निर्देश जारी किए गए हैं. वहीं सिविल अस्पताल में 30 पलंग वाला एक वार्ड अलग से बनाया गया है, जहां इस बीमारी के मरीज दाखिल किए जा रहे हैं. (रिपोर्टः महेंद्र दुबे/ दमोह)
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