Ayodhya News: राम भक्तों के लिए अयोध्या से अच्छी खबर है. राम दरबार के दर्शन जल्द शुरू हो जाएंगे. इसके लिए राम मंदिर ट्रस्ट विचार कर रहा है. भगवान राम की नगरी में राम मंदिर निर्माण के बाद अब राम दरबार की स्थापना हो चुकी है.
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Ayodhya News: राम भक्तों के लिए अयोध्या से अच्छी खबर है बताया गया कि 10 दिन के अंदर राम दरबार के दर्शन शुरू हो जाएंगे इसके लिए राम मंदिर ट्रस्ट विचार कर रहा है. भगवान राम की नगरी में राम मंदिर निर्माण के बाद अब राम दरबार की स्थापना हो चुकी है. राम मंदिर में राम दरबार की स्थापना के साथ लगभग मंदिर निर्माण पूरा हो चुका है.
नृपेंद्र मिश्रा ने दी जानकारी
ऐसे में भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने आज मंदिर परिसर में चल रहे कार्य और उस पर होने वाली चर्चाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी. नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि राम मंदिर के परिसर में राम जन्म स्थान यानी कि जहां पर राम लला टेंट में विराजमान थे उस स्थल पर एएसआई पुरातत्व विभाग की टीम सर्वे कर रही है.
दर्शन को लेकर हो रहा विचार
इसके साथ ही मंदिर निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि राम दरबार में राम भक्तों के दर्शन को लेकर के 10 दिन के अंदर दर्शन शुरू हो सकता है. जिसको लेकर राम मंदिर ट्रस्ट इस पर विचार कर रहा है. नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट की प्रतिनिधि इस पर चर्चा कर रहे हैं.
इंतजाम में जुटा ट्रस्ट
भगवान के दरबार में जाने और आने को लेकर के राम मंदिर ट्रस्ट व्यापक इंतजाम में जुटा हुआ है. वहीं राम मंदिर परिसर में सप्त ऋषि के बीच में बनी कुंड पुष्करणी कुंड को लेकर के भी अब निर्माण कार्य अंतिम चरणों पर है. निर्माण समिति के अध्यक्ष ने कहा कि पंचवटी निर्माण में प्रकृति से कोई भी छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा.
यथा स्थिति रखते हुए वहां पर पौधे लगाए जा रहे हैं ताकि पशु पक्षियों को पानी पीने और उसका लाभ लेने में कोई अशुद्धि ना हो जिसका निर्माण कार्य कंपनी के द्वारा किया जा रहा है. एक महीने में इसका मास्टर प्लान भी लगभग तैयार हो जाएगा.
तय हुआ सभी तलों पर क्या काम होगा
नृपेन्द्र मिश्र ने कहा कि भूतल में रामलला विराजमान हो चुके हैं तो प्रथम पर उनका पूरा परिवार इसके साथ मंदिर के द्वितीय तल पर ऐसे ग्रंथ जो अपने परिभाषा में दुर्लभ कहलाए. भगवान राम से संबंधित होंगे, उनको संरक्षित किए जाने का काम किया जाएगा. सभी तलों पर क्या-क्या होगा इसका को निश्चित कर लिया गया है.
द्वार का निर्माण एक महीने में होगा पूरा
राम मंदिर के उत्तर दिशा में एक माह के अंदर मंदिर के द्वार का निर्माण पूरा हो जाएगा. जिसे 15 अगस्त तक निश्चित तौर पर पूरा कर लिया जाएगा. नृपेन्द्र मिश्र के मुताबिक राम मंदिर में भारत सरकार की अनेक संस्थाओं ने सहयोग किया है. जिसमें सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अलावा रेल मंत्रालय का सहयोग रहा है.
जहां रामलला टेंट में विराजमान थे वहां एएसआई की टीम सर्वे कर रही है. 500 वर्षों के लंबे संघर्ष पर वहां पुरातत्व विभाग की टीम रिसर्च करेंगी. इसके साथ ही रक्षा मंत्रालय की तरफ से राम मंदिर में टाइटेनियम की जाली लगाई जा रही है. सभी संस्थाओं को राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से भुगतान किया गया है.