यूनिवर्सिटी में नहीं पढ़ाया जाएगा विदेशी आक्रांताओं का इतिहास...मां पाटेश्‍वरी विश्‍वविद्यालय के कुलपति का बड़ा बयान
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यूनिवर्सिटी में नहीं पढ़ाया जाएगा विदेशी आक्रांताओं का इतिहास...मां पाटेश्‍वरी विश्‍वविद्यालय के कुलपति का बड़ा बयान

Gonda News: मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर के कुलपति प्रोफेसर रवि शंकर सिंह गोंडा पहुंचे थे. इस दौरान उन्‍होंने यूनिवर्सिटी में विदेशी आक्रांताओं के इतिहास पढ़ाए जाने को लेकर बड़ा बयान दिया है.  

RAVI SHANKAR SINGH
RAVI SHANKAR SINGH

Gonda News: मां पाटेश्वरी देवी महाविद्यालय में विदेशी आक्रांताओं का इतिहास बच्चों को नहीं पढ़ाया जाएगा. भारतीय धर्म संस्कृत का जो महिमा मंडन हमारे ऋषियों ने किया, वो आज भी संचारित है. इसके इतर मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर में कुछ भी नहीं पढ़ाया जाएगा. न ही पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाएगा. किसी भी विदेशी आक्रांता जो हमारे धर्म संस्कृति को धूल धूसरित किया है, उसको पाठ्यक्रम में पढ़कर हम अपने विद्यार्थियों को ऐसा मानक नहीं देने जा रहे हैं जो उनको अपने भारतीय संस्कृति से विमुख करें, उनको भारत, भारतीयता और भारतवर्ष की संस्कृति के बारे में ही पढ़ाएंगे. 

गोंडा पहुंचे मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर के कुलपति
दरअसल, मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर के कुलपति प्रोफेसर रवि शंकर सिंह गोंडा पहुंचे थे. इस दौरान कुलपति प्रोफेसर रवि शंकर सिंह द्वारा गोंडा में सभी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य के साथ बैठक करके बच्चों के एडमिशन कराए जाने को लेकर चर्चा की है. ज्यादा से ज्यादा बच्चों का प्रथम सेमेस्टर में नामांकन कराए जाने को लेकर के निर्देशित किया है. इस दौरान उन्‍होंने बड़ा बयान दिया. 

विदेशी आक्रांताओं का इतिहास नहीं पढ़ाएंगे 
उन्‍होंने विदेशी आक्रांताओं के इतिहास को विश्वविद्यालय में पढ़ाए जाने को लेकर कहा कि देखिए भारतीय धर्म संस्कृत का जो महिमा मंडन हमारे आर्ष ऋषियों ने किया जो आज भी संचारित है. इसके इतर मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर में कुछ भी नहीं पढ़ाया जाएगा ना ही पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाएगा. मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर देवीपाटन मंडल का पहला विश्वविद्यालय है, इस विश्वविद्यालय में 10 फैकल्टी हम चला रहे हैं. मेरी प्राथमिकता है जो इस अंचल की देवीपाटन मंडल की आवश्यकता है उसके अनुरूप पाठ्यक्रम चलाए जाएंगे. 

सारी समितियों का गठन पूरा हुआ
उन्‍होंने कहा कि हमारे मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर में प्रथम कार्य परिषद का गठन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कर दिया गया है. अब सारी समितियों का गठन हो चुका है. आगामी सत्र के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन शोध परीक्षा भी करवा रहा है. परीक्षा समिति द्वारा जो भी विषय अनुमोदित है उनकी परीक्षा कराई जा रही है, जो भी हमारे गोंडा बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती के विद्यालय सम्बद्ध हैं, वहां पर हम लोग आगामी 23 जून को परीक्षा करवा रहे हैं. शिक्षा और वहीं पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ हॉस्पिटैलिटी के कोर्स शुरू किए जाने को लेकर प्रोफेसर रवि शंकर सिंह ने कहा कि प्रभु श्रीराम के मंदिर बनने के बाद से इस कोर्स की डिमांड बहुत बढ़ गई है. इसीलिए इसको चलाया है. 

त्रिभुवन यूनिवर्सिटी से एमओयू होगा
वहीं पड़ोसी देश नेपाल के बच्चों को शिक्षा दिए जाने को लेकर कहा कि हम त्रिभुवन यूनिवर्सिटी से एमओयू हस्ताक्षर करने जा रहे हैं क्योंकि श्रावस्ती में बुद्धिस्ट एवं जैनिस्ट का सेंटर रहा है. बनारस में एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी है वहां से भी हमारा एमओयू प्रक्रिया में है. तिब्बतियन जो पूरा श्रावस्ती है इंटरनेशनल लैंग्वेज का केंद्र बन सकता है, इसको देखते हुए हम लोग फॉरेन इंटरनेशनल लैंग्वेज विभाग भी खोलें है. 

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