Uttarakhand News: विजय जुलूस के दौरान गूंज उठी चीख-पुकार, अफरा-तफरी में कई लोग पहुंचे अस्पताल, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
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Uttarakhand News: विजय जुलूस के दौरान गूंज उठी चीख-पुकार, अफरा-तफरी में कई लोग पहुंचे अस्पताल, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात

Ramnagar News: आरोप है कि पराजित प्रत्याशी के समर्थकों और जुलूस में शामिल लोगों के बीच पहले कहासुनी हुई, जो जल्द ही हिंसक टकराव में बदल गई. इस झड़प में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए रामनगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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Ramnagar News/सतीश कुमार:  उत्तराखंड के रामनगर क्षेत्र से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां पर ग्राम प्रधान पद पर विजयी उम्मीदवार सोनिया पुत्री अब्दुल सब्बार के विजय जुलूस के दौरान माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया. आरोप है कि पराजित प्रत्याशी शहनाज परवीन के समर्थकों और जुलूस में शामिल लोगों के बीच पहले कहासुनी हुई, जो जल्द ही हिंसक टकराव में बदल गई. देखते ही देखते दोनों पक्षों की ओर से पथराव और लाठीचार्ज शुरू हो गया.

कहां का है मामला?
दरअसल, ये मामला  ग्राम टांडा मल्लू की बताई जा रही है.  आपको बता दें कि इस झड़प में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए रामनगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कई की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल परिसर में भी भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, क्योंकि दोनों पक्षों के बीच वहां भी तनाव का माहौल बन गया. पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में करने की कोशिश कर रही हैं.

मोहम्मद अरशद रजा ने बताया कि जब मेरे ताऊ चुनाव जीत गए और जिसके बाद हम सभी लोग  खुशी में जब जा रहे थे. तभी पराजित प्रत्याशी शहनाज परवीन के समर्थकों जुलूस में आ गए और पारपीट शुरू कर दिया.  

पराजित प्रत्याशी ने क्या कहा?
पराजित प्रत्याशी शहनाज परवीन ने आरोप लगाया कि वह ग्राम प्रधान पद के लिए उम्मीदवार थीं और परिणाम आने के बाद जब विजय जुलूस निकाला गया, तो उसमें शामिल लोगों ने भड़काऊ नारेबाज़ी की, जिससे माहौल और बिगड़ गया. 

गांव के लोगों ने क्या कहा?
स्थानीय लोगों का भी कहना है कि दोनों पक्षों के बीच चुनावी रंजिश पहले से ही चली आ रही थी, जो अब जाकर इस हिंसक झड़प में सामने आई है. घटना के बाद से गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है. स्थानीय प्रशासन ने लोगों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है. दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, जिससे पुलिस के लिए मामले की निष्पक्ष जांच करना चुनौतीपूर्ण हो गया है.

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