IIT Roorkee: आईआईटी रुड़की की ‘टेक फॉर ट्रांसफॉर्मेशन’ पहल उद्योग और शिक्षा के बीच सेतु का कार्य करेगी, जिससे न केवल छात्रों को आधुनिक तकनीकों का व्यावहारिक ज्ञान मिलेगा, बल्कि वे आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी योगदान दे सकेंगे.
Trending Photos
IIT Roorkee: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की ने स्वदेशी नवाचार, उद्यमशीलता और उभरती प्रौद्योगिकियों में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए ‘टेक फॉर ट्रांसफॉर्मेशन’ पहल की शुरुआत की हैृ. इस पहल को आईआईटी रुड़की के इंडस्ट्री एक्सेलेरेटर आरती द्वारा विकसित किया गया है और इसे आईसीआईसीआई फाउंडेशन, हाइड्रोकार्बन सेक्टर स्किल काउंसिल और अंबुजा फाउंडेशन का सहयोग प्राप्त है.
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के तकनीकी शिक्षा सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, आईएएस मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. इस दौरान इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्षेत्र में रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक ईवी प्रशिक्षण सुविधा और प्रयोगशाला का उद्घाटन किया गया. साथ ही, आईआईटी रुड़की ने कॉलेज के छात्रों के लिए ग्रीन हाइड्रोजन और ई-वाहन पर एक उन्नत पाठ्यक्रम भी शुरू किया.
स्टार्टअप्स और इंडस्ट्री की भागीदारी
आईआईटी रुड़की के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र में शामिल भूमिकैम प्राइवेट लिमिटेड नामक स्टार्टअप ने किसानों और स्कूली छात्रों को लाभ पहुंचाने के लिए ‘कृषि के लिए ड्रोन’ विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की. इस कार्यक्रम में जेबीआईटी देहरादून, टीएचडीसी-आईएचईटी टिहरी, रुड़की इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फोनिक्स ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस और एबीएन स्कूल के छात्रों ने भाग लिया.
लॉन्च कार्यक्रम में महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचएसएससी, हेला लाइटिंग प्राइवेट लिमिटेड और सहारनपुर टेस्टिंग इंस्ट्रूमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड जैसे उद्योग जगत के अग्रणी संस्थानों ने भी भागीदारी की. इसके अलावा, आईहब दिव्यसम्पर्क, टीआईडीईएस इनक्यूबेटर्स, टीएचडीसी, इन्वेस्ट उत्तराखंड, रबर, केमिकल और पॉलीमर सेक्टर स्किल काउंसिल, खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के प्रतिनिधियों ने भी उद्योग-अकादमिक सहयोग को मजबूत करने और टिकाऊ तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने पर चर्चाएं कीं.
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. कमल किशोर पंत का बयान
इस अवसर पर आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. कमल किशोर पंत ने कहा कि हम शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ‘टेक फॉर ट्रांसफॉर्मेशन’ पहल छात्रों, उद्यमियों और व्यावसायिकों को ईवी, ग्रीन हाइड्रोजन और ड्रोन एप्लिकेशन जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में अत्याधुनिक कौशल के साथ सशक्त बनाएगी.
तकनीकी शिक्षा सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि यह पहल आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से उन्नत भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. छात्रों और किसानों को व्यावहारिक कौशल से लैस करके, आईआईटी रुड़की समावेशी और सतत विकास को सक्षम बना रहा है.
और पढे़ं: खानपुर विधायक के कार्यालय पर फिर ताबड़तोड़ फायरिंग, CCTV में कैद हुआ नकाबपोश शूटर