Shahjahanpur news: यूपी के शाहजहांपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां एक शख्स को पूरे एक महीने तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया. साइबर फ्रॉड ने उससे 1 करोड़ 2 लाख रुपये की ठगी कर ली.
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शिव कुमार/शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर जिले में सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर डिजिटल अरेस्ट करके एक करोड़ 2 लाख की ठगी का सनसनी केस मामला सामने आया है. जिसमें साइबर ठागों ने वीडियो कॉल के जरिए खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज, सीबीआई का डायरेक्टर और मुंबई पुलिस कमिश्नर बनकर प्रतिष्ठित परिवार के व्यक्ति को एक महीने तक डिजिटल अरेस्ट करके एक करोड़ दो लाख रुपए की ठगी कर ली.
कैसे चंगुल में फंसाया?
दरअसल चौक कोतवाली क्षेत्र के दीवान जोगराज मे राय बहादुर कोठी में रहने वाले शरदचंद को 6 मई 2025 को एक कॉल आया था. जिसमें उन्हें बताया गया कि उनके खाते से सेंट्रल बैंक ऑफ मुंबई में 2 करोड़ 80 लाख का अवैध लेनदेन हुआ है और इस मामले में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है. इसके बाद वीडियो कॉलिंग के जरिए सुप्रीम कोर्ट का जज बनकर, सीबीआई का डायरेक्टर बनकर और मुंबई पुलिस कमिश्नर बनकर AI के जरिए उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया.
1 महीने तक डिजिटल अरेस्ट रहे
शरदचंद पुर 1 महीने तक डिजिटल अरेस्ट रहे. इस दौरान उन्हें सुप्रीम कोर्ट.में पेशी के लिए दिल्ली भी बुलाया गया. जहां वीडियो कॉल के जरिए उनकी सुप्रीम कोर्ट में पेशी करवाई गई. इसके बाद उन्होंने अलग-अलग किस्तो में साइबर ठगो के खातों में एक करोड़ दो लाख रुपया ट्रांसफर कर दिए. उन्होंने अपनी तमाम एफडी तुड़वाकर पैसा ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए.
जज-IAS बन वीडियो कॉल कर धमकाया
वीडियो कॉल के जरिए लगातार सुप्रीम कोर्ट के जज, सीबीआई डायरेक्टर और आईपीएस अफसर बनकर उन्हें धमकाया गया. बाद में सुप्रीम कोर्ट से जमानत के कागज भी भेजे गए. जब उन्होंने अपनी जमानत राशि के बारे में जानकारी करने की कोशिश की गई तो ठगो ने अपने मोबाइल बंद कर लिए. जिसके बाद उन्हें साइबर ठगी का एहसास हुआ.
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर साइबर थाने में ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने खुलासे के लिए SIT का गठन किया है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा. ठगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की साइबर सेल भी तेजी से कम कर रही है .
एसआईटी गठित
फिलहाल पुलिस ने अपील की है कि लोग साइबर ठगों के झांसे में ना आए और किसी भी तरह की साइबर ठगों से धमकी मिलने पर पुलिस से संपर्क करें. डिजिटल साइबर ठगी के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके खुलासे के लिए SIT का गठन किया है. फिलहाल पुलिस का कहना है कि जल्द ही साइबर ठगी की पूरी घटना का खुलासा किया जाएगा.