हिमाचल में भारी बारिश का कहर: कुल्लू-मंडी में तबाही, चंडीगढ़-मनाली हाईवे कई स्थानों पर बंद
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh2868182

हिमाचल में भारी बारिश का कहर: कुल्लू-मंडी में तबाही, चंडीगढ़-मनाली हाईवे कई स्थानों पर बंद

हिमाचल के कुल्लू और मंडी ज़िलों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई नदियां उफान पर हैं, जिससे व्यापक चिंता पैदा हो गई है, जबकि भूस्खलन और जलभराव ने संपर्क और दैनिक जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है.

हिमाचल में भारी बारिश का कहर: कुल्लू-मंडी में तबाही, चंडीगढ़-मनाली हाईवे कई स्थानों पर बंद

Himachal Monsoon: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मंडी जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है. अधिकांश नदियां उफान पर हैं, जिससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा लगातार बना हुआ है. भारी जलभराव और मलबे के कारण कई क्षेत्रों में संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं.

चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-3) पर कई स्थानों पर चट्टानें और मलबा गिरने से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है. दोनों ओर वाहनों की आवाजाही बंद हो चुकी है और बड़ी संख्या में यात्री मार्ग में फंसे हुए हैं. प्रशासन ने अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह जारी की है.

मंडी जिला सबसे ज़्यादा प्रभावित:
मंडी जिले के बल्ह उपमंडल में कई निचले इलाकों में भारी जलभराव की स्थिति है. बारिश का पानी घरों और दुकानों में घुस गया है, जिससे लोगों को ऊंचे स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है.

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, वर्तमान में 309 सड़कों, जिनमें राष्ट्रीय राजमार्ग 305 (NH-305) भी शामिल है, भूस्खलन और मलबा गिरने के कारण अवरुद्ध हैं. 236 पेयजल योजनाएं और 113 विद्युत ट्रांसफॉर्मर भी बंद पड़े हैं, जिससे आवश्यक सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.

जिलावार नुकसान और मौतें:
मंडी जिला सबसे ज़्यादा प्रभावित रहा है, जहां अब तक 23 बारिश जनित मौतें और 14 सड़क हादसों में मौतें दर्ज की गई हैं. यहां सबसे अधिक 167 सड़कें बंद, 74 जल योजनाएं, और 91 ट्रांसफार्मर ठप हुए हैं.

कांगड़ा जिले में 24 मौसम संबंधित मौतें और 6 सड़क दुर्घटनाओं में मौतें दर्ज की गई हैं.

कुल्लू जिले में 10 मानसून जनित मौतें और 8 सड़क हादसों में मौतें हुई हैं.

चंबा और शिमला जिलों में भी कई मौतें और व्यापक नुकसान दर्ज किया गया है.

अन्य प्रभावित मार्ग और संपत्ति का नुकसान:
लाहौल-स्पीति जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 505 (NH-505) भी भूस्खलन और फ्लैश फ्लड के चलते बंद है, जिससे यह इलाका अन्य क्षेत्रों से पूरी तरह कट गया है.

राज्य आपदा प्रबंधन रिपोर्ट के अनुसार, अब तक सड़कें, बिजली लाइनें, जल योजनाएं, स्वास्थ्य केंद्र, और स्कूल सहित सार्वजनिक संपत्ति को कुल ₹1,71,495 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है. इसके अलावा, 88,800 हेक्टेयर से अधिक कृषि और बागवानी फसलें भी प्रभावित हुई हैं.

TAGS

Trending news

;