हिमाचल में लगातार जारी मानसूनी प्रकोप के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है, तथा मृतकों की संख्या बढ़ रही है तथा आवश्यक सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को व्यापक क्षति पहुंची है.
Trending Photos
Himachal Monsoon: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, बारिश जनित घटनाओं के चलते अब तक 137 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों करोड़ की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, 344 सड़कें अभी भी बाधित हैं, जिनमें सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र मंडी (232 सड़कें), कुल्लू (71 सड़कें) और चंबा (60 सड़कें) हैं. 169 बिजली ट्रांसफॉर्मर बंद पड़े हैं, जिनमें मंडी में 98 और कुल्लू में 52 ट्रांसफॉर्मर प्रभावित हैं. वहीं, 230 पेयजल योजनाएं भी बाधित हुई हैं, जिनमें सबसे अधिक असर कांगड़ा, मंडी और सिरमौर में देखा गया है.
SDMA के अनुसार, 137 में से 77 मौतें सीधे बारिश से जुड़ी घटनाओं—जैसे भूस्खलन, बाढ़ और अचानक आई तेज बारिश—के कारण हुई हैं. बाकी 60 मौतें सड़क हादसों में हुई हैं, जिनके पीछे फिसलन भरी सड़कों और खराब दृश्यता को प्रमुख वजह माना जा रहा है.
मंडी-कोटली मार्ग पर नेशनल हाईवे-70 अब भी बंद है. इसके अलावा, ऊना के बदसाला पुल को जुलाई की शुरुआत से ही ट्रैफिक के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया गया है, जिससे आवाजाही और आपूर्ति व्यवस्था और भी मुश्किल में पड़ गई है.
प्रशासन की ओर से आपातकालीन टीमें 24 घंटे काम कर रही हैं ताकि सड़कों की सफाई, बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल की जा सके और प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाई जा सके. पर्यटकों और आम नागरिकों से गैर-जरूरी यात्रा से बचने और जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है.