दहशत में धुबरी के मुसलमान; गोली मारने के आदेश पर MUSA का पलटवार, 'क्या CM रच रहे हैं साजिश?'
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दहशत में धुबरी के मुसलमान; गोली मारने के आदेश पर MUSA का पलटवार, 'क्या CM रच रहे हैं साजिश?'

Shoot at Sight Order in Dhubri: बकरीद के अगले दिन धुबरी में प्रतिबंधित जानवरा के मांस का टुकड़ा मिलने पर दो पक्षों में विवाद हो गया. इस घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया और सीएम ने शूट एंड साइट का ऑर्डर जारी कर दिया. उनके इस आदेश पर MUSA कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. 

 

धुबरी में शूट एंड साइट के आदेश का विरोध
धुबरी में शूट एंड साइट के आदेश का विरोध

Dhubri Violence Update: असम के धुबरी में बीते दिनों एक मंदिर के बार कथित तौर पर प्रतिबंधित मांस मिलने के बाद दो पक्षों में झड़प हो गई थी. इस घटना के बाद मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हिंसा प्रभावित क्षेत्र में 'शूट एंड साइट' का ऑर्डर दिया है. प्रतिबंधित मांस रखने के आरोप में पुलिस ने 38 लोगों को गिरफ्तार किया है. 

धुबरी में 'शूट एंड साइट' ऑर्डर जारी होने के बाद लोगों में दहशत है. सीएम हिमंता बिस्वा सरमा के फैसले पर मुस्लिम स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ असम (MUSA) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. MUSA प्रमुख आशिक रब्बानी ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का 'शूट एंड साइट' जारी करने का फैसला गलत है.  उन्होंने कहा कि धुबरी में सिर्फ गलत और देशद्रोही लोग ही नहीं रहते हैं बल्कि यहां पर बहुत अच्छे लोग भी रहते हैं. 

आशिक रब्बानी ने कहा ने कहा, "शूट एंड साइट की वजह से किसी शख्स की मौत हो जाती है, तो फिर इसकी जवाबदेही किसी होगी." हिमंता बिस्वा सरमा पर निशाना साधते हुए MUSA प्रमुख ने कहा कि "असम के मुख्यमंत्री मुसलमानों के खिलाफ कोई साजिश जरुर रच रहे हैं. जिसकी हम कड़ी भाषा में निंदा करते हैं."

हिमंता बिस्वा सरमा के शूट एंड साइट के ऑर्डर पर लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है. धुबरी के एक स्थानीय मुस्लिम शख्स अशरफ अली ने कहा कि "देशद्रोहियों को काबू में करने के लिए मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने जो शूट एंड साइट का ऑर्डर दिया है, यह बहुत अच्छा फैसला है." हालांकि उन्होंने अगले ही पल सवाल किया कि इस फैसले से अगर कोई बेगुनाह शख्स मारा जाता है, तो फिर क्या होगा?

अब तक 60 लोग गिरफ्तार 

बता दें, असम के धुबरी शहर में 8 जून को भड़के सांप्रदायिक तनाव के मामले में अब तक 60 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार रात (ओवरनाइट) 38 और लोगों को पकड़ा गया है.  यह तनाव तब भड़का था जब हनुमान मंदिर के पास प्रतिबंधित जानवर के अवशेष पाए गए थे. 

मीडिया में छपी रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार (14 जून) को गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ गैर-जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इन 38 नई गिरफ्तारियों से पहले शुक्रवार को पुलिस ने 22 लोगों को हिरासत में लेने की पुष्टि की थी, जिससे कुल गिरफ्तारियों की संख्या 60 हो गई है.

सीएम सरमा का सख्त रुख

इससे पहले मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में बताया था कि उन्होंने स्थिति का जायजा लेने के लिए इलाके का दौरा किया था और रात के समय किसी भी तरह की अशांति फैलाने वालों को देखते ही गोली मारने (शूट-एट-साइट) के आदेश जारी किए हैं. उन्होंने कहा था, "जो कोई भी गड़बड़ी पैदा करेगा, हम उसे गोली मार देंगे." उन्होंने यह भी बताया कि धुबरी में रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) को तैनात किया गया है.

गाय के सिर का टुकड़ा मिलने का दावा

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने यह भी दावा किया कि मंदिर के पास पाए गए जानवर के अवशेष गाय के सिर का एक टुकड़ा था. सरमा ने कहा, "बकरीद के अगले दिन (8 जून को) कुछ लोगों ने हनुमान मंदिर के सामने एक कटा हुआ गाय का सिर रख दिया था." उन्होंने आगे बताया कि "इसके बाद दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की, शांति समिति की बैठक हुई और ऐसा लगा कि मामला सुलझ गया है."

इनपुट- शरीफ उद्दीन अहमद

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