चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकबाल पर सवाल, हफ्ते भर में 2 पुलिस अधिकारी मारे गए
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चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकबाल पर सवाल, हफ्ते भर में 2 पुलिस अधिकारी मारे गए

Bihar Latest News: बिहार में हफ्ते भर में 2 पुलिस अधिकारी की हत्या के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकबाल पर सवाल उठने लगे हैं. एएसआई राजीव रंजन (ASI Rajeev Ranjan) की मौत के 4 दिन बाद भी मुख्य आरोपी और तस्कर पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. 

नीतीश कुमार, सीएम, बिहार (File Photo)
नीतीश कुमार, सीएम, बिहार (File Photo)

Bihar News: सीएम नीतीश कुमार को बिहार का सुशासन बाबू कहा जाता है, लेकिन आजकल राज्य में जिस तरह से खाकी पर अटैक हो रहे हैं. वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि को घूमिल कर रहा है. एक वक्त था जब बिहार में कानून व्यवस्था की चर्चा पूरे देश में हो रही थी. आज हालात ऐसे हो गए है कि अब क्राइम को रोकने वाली पुलिस पर ही हमले हो रहे हैं. 12 मार्च, 2025 को अररिया में एक एएसआई जब अपराधी को पकड़ने गए थे, तब लोगों ने हमला कर दिया था. इसकी वजह से इलाज के दौरान 13 मार्च को मौत हो गई थी. वहीं, इस घटना के 72 घंटे भी नहीं बीते थे कि मुंगेर में 14 मार्च, होली के दिन एक और एएसआई पर भीड़ ने हमला कर दिया और हत्या कर दी. 

बिहार में हफ्ते भर में 2 पुलिस अधिकारी की हत्या के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकबाल पर सवाल उठने लगे हैं. चर्चा होने लगी है कि बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. चुनाव से पहले दो पुलिस अधिकारी की मौत इसको मजबूती प्रदान रही है. विपक्ष सीएम नीतीश कुमार पर लगातार हमला कर रहा है. राजद सीधे तौर पर नीतीश सरकार को घेर रही है. राजद का कहना है कि अपराध करने वाले खुलेआम घूम रहे हैं. राज्य में कई जगहों पर पुलिस पर हमले हो रहे हैं. पुलिस पदाधिकारियों की जान ली जा रही है.

बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज करते हुए कहते हैं कि बिहार राम भरोसे चल रहा है. वहीं, पूर्णिया लोकसभा से सांसद पप्पू यादव ने बिहार सरकार पर निशाना साधा और सवाल पूछा कि राज्य में कहां कानून व्यवस्था है? खाकी ही सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता का क्या हाल होगा?

अररिया में ASI राजीव रंजन की हत्या

अररिया में एएसआई राजीव रंजन की हत्या के बाद राज्य के कानून व्यवस्था की पोल खुल गई है. एएसआई राजीव रंजन (ASI Rajeev Ranjan) की मौत के 4 दिन बाद भी मुख्य आरोपी और तस्कर पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. दरअसल, फुलाकाहा थाना में पदस्थापित एएसआई राजीव रंजन गांजा तस्कर अनमोल यादव को गिरफ्तार करने पहुंचे थे. तभी भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया और तस्कर अनमोल यादव को छुड़ा लिया. इसी हमले में एएसआई गिर पड़े और सिर में चोट लगने से उनकी मौत हो गई.

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मुंगेर में एएसआई संतोष की हत्या

14 मार्च, 2025 दिन शुक्रवार रात पुलिस को सूचना मिली कि नंदलालपुर के पास दो पक्ष आपस में किसी बात को लेकर मारपीट कर रहे हैं. इसी सूचना पर 112 वाहन पर तैनात एएसआई संतोष कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए थे. इस दौरान झगड़ा कर रहे दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश कर ही रहे थे कि एक शख्स ने तेज धार हथियार से उन पर हमला कर दिया. एएसआई वहीं गिर गए, इसके बाद आनन-फानन में घायल पुलिस अधिकारी संतोष कुमार को अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में इलाज के दौरान में 15 मार्च, 2025 दिन शनिवार को उनकी मौत हो गई.

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