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डायरिया से थर्राया जहानाबाद, एक बच्ची समेत तीन ने तोड़ा दम! अलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग

बिहार के जहानाबाद जिले में डायरिया का प्रकोप अब महामारी का रूप ले चुका है. अब तक कई लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. जबकि, एक बच्ची समेत तीन लोगों की मौत की सूचना भी सामने आई है. हालांकि, आधिकारिक तौर पर मौत की पुष्टि नहीं की गई है. मामला काको नगर पंचायत का है.

डायरिया का प्रकोप अब महामारी का रूप ले चुका

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डायरिया का प्रकोप अब महामारी का रूप ले चुका

बिहार के जहानाबाद जिले में डायरिया का प्रकोप अब महामारी का रूप ले चुका है. अब तक कई लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. जबकि, एक बच्ची समेत तीन लोगों की मौत की सूचना भी सामने आई है. हालांकि, आधिकारिक तौर पर मौत की पुष्टि नहीं की गई है. मामला काको नगर पंचायत का है. 

मोहल्ले के लगभग सभी लोग इसके चपेट में आ गए

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मोहल्ले के लगभग सभी लोग इसके चपेट में आ गए

दरअसल, नल जल का दूषित पानी पीने से काको नगर पंचायत के पांच मोहल्लों में पिछले 28 जुलाई से डायरिया का प्रकोप बढ़ गया है. जिससे मोहल्ले के लगभग सभी लोग इसके चपेट में आ गए है. वहीं, इस घटना के बाद मोहल्ले के लोग में दहशत का माहौल है. डायरिया के बढ़ते मामलों को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राजेन्द्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, पटना की एक विशेषज्ञ टीम को जहानाबाद भेजा गया है.

सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों का निरीक्षण

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सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों का निरीक्षण

टीम ने प्रभावित इलाकों और सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों का निरीक्षण किया और बचाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं. सदर अस्पताल में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इमरजेंसी वार्ड के समीप बने शेड में 10 बेड का अस्थायी वार्ड तैयार किया गया है, ताकि मरीजों की और अधिक संख्या बढ़ने पर जगह की कमी न हो. 

बीमारी का बढ़ता प्रकोप

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बीमारी का बढ़ता प्रकोप

इस संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि बीमारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए RMRIS पटना से जांच टीम को बुलाया गया है. टीम के लोग सभी बिंदुओं पर जांच कर बचाव के लिए आवश्यक सुझाव दिए हैं. उन्होंने बताया कि पीड़ित लोगों का स्टूल का सैंपल भी जांच के लिए पटना भेजा गया है. प्रभावित इलाके के पानी के जांच का रिपोर्ट भी प्राप्त हो गया है. 

डायरिया फैलने का मुख्य कारण

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डायरिया फैलने का मुख्य कारण

सिविल सर्जन ने बताया कि जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि नल-जल योजना के तहत आपूर्ति हो रहा पानी प्रदूषित है, जिसमें बैक्टीरिया की मौजूदगी पाई गई है. यही डायरिया फैलने का मुख्य कारण बताया जा रहा है. सिविल सर्जन के अनुसार अभी तक 30 से 32 लोग ग्रसित है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पानी टंकी की लंबे समय से सफाई नहीं हुई है. जिससे गंदा पानी लोगों के घरों तक पहुंच रहा है. जिसे पीने के बाद लोग डायरिया जैसे बीमारी से ग्रसित हो रहे है. कई मोहल्ले के लोग इसके इसके चपेट में आ गए है. बूढ़े बच्चे, जवान सहित सभी डायरिया बीमारी से ग्रसित है.

डायरिया की चपेट में आने से अभी तक तीन की मौत

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डायरिया की चपेट में आने से अभी तक तीन की मौत

स्थानीय लोगों के अनुसार, डायरिया की चपेट में आने से अभी तक तीन की मौत भी हुई है. हालांकि, अधिकारी तौर पर किसी भी मौत की पुष्टि नहीं की जा रही है. जिला प्रशासन का कहना है कि जिन लोगों की मौत की बात कही जा रही है उनका कोई भी सरकारी अस्पताल में इलाज का पर्ची नहीं है. फिलहाल प्रशासन सतर्क है और स्वास्थ्य विभाग की टीम हालात पर नजर बनाए हुए है. 

डायरिया से प्रभावित मरीज

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डायरिया से प्रभावित मरीज

बताते चलें कि पिछले 28 जुलाई से हीं काको नगर पंचायत के कुरैशी मोहल्ला,मुसहरी,कोइरी टोला, पासवान टोली और दुर्गास्थान के आसपास के इलाके में डायरिया से प्रभावित मरीज स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, निजी क्लिनिक के साथ-साथ सदर अस्पताल पहुंचने लगे थे. गौरतलब हो कि काको को दो साल पहले नगर पंचायत का दर्जा दिया गया था, लेकिन हालत यह है कि यहां रहने वाले लोगों को शुद्ध पानी भी पीने को नहीं मिल रहा है. जिसके कारण डायरिया जैसी बीमारी लोगों को चपेट में ले रहा है. साफ सफाई का हाल भी नगर पंचायत के इलाके में बेहतर नहीं है. जिसका खामियाजा लोगों को डायरिया के रूप में भुगतना पड़ रहा है.

 

रिपोर्ट: इमरान अजीज

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