MP Weather Update: मध्य प्रदेश में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई है. जिसके चलते तेज बारिश का सिलसिला रुक गया है. हालांकि हल्की-फुल्की रिमझिम बारिश का दौर जारी है. पिछले दिनों लगातार हुए मुसलाधार बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं. कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिल रही है. इस बीच राहत भरी खबर यह है कि अगले दो दिनों तक प्रदेश में कहीं भी भारी बारिश का अलर्ट नही है. हालांकि लगभग सभी जिलों में बूंदाबांदी का दौर जारी रहेगा.
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, एमपी के कुछ जिलों में मानसून सक्रिय है. हालांकि, कई जगहों पर मानसूनी सिस्टम कमजोर बना हुआ है. ऐसे में प्रदेश के श्योपुर, मुरैना, छतरपुर और टीकमगढ़ में बारिश का दौर जारी है. लेकिन आज से मध्य प्रदेश में बारिश की रफ्तार और धीमी पड़ जाएगी. इस दौरान बादलों के बीच सूरज की रोशनी के लुकाछिपी का क्रम जारी रहेगा.
मौसम विभाग के मुताबिक, आज अधिकांश जिलों में मौसम साफ रहेगा. इस दौरान कई जिलों में अच्छी धूप भी निकलेगी. धूप के कारण तापमान में बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकता है. फिलहाल प्रदेश में प्रदेश में मानसूनी ट्रफ और डिप्रेशन का असर अब खत्म हो गया है. ऐसे में कुछ ही जिलों में बारिश होने की संभावना है.
अगर बात करें मध्य प्रदेश के अगले तीन दिनों के मौसम की तो इस दौरान कहीं भी भारी बारिश का अलर्ट नहीं है. आज, कल और परसों यानी 20, 21 और 22 जुलाई को मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है. हालांकि, कहीं कहीं बूंदाबांदी हो सकती है.
वर्तमान में एक मानसून ट्रफ और डिप्रेशन एक्टिव है, जो अभी मध्य प्रदेश से अभी काफी दूर है. वहीं पश्चिमी विक्षोभ 23 जुलाई से एक्टिव हो सकता है. इससे एक बार फिर प्रदेश में 23 जुलाई से मानसून अपनी रफ्तार पकड़ेगा और भारी बारिश का दौर शुरू होगा.
अगर बात करें बरसात के इस सीजन में गिरे पानी की तो इस बार मध्य प्रदेश में अब तक प्रदेश में औसत से 67% ज्यादा, यानी 20.54 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि सामान्य आंकड़ा 12.28 इंच है. फिलहाल अगले कुछ दिनों तक आसमान साफ रहेगा.
अगर बात करें मानसून के वर्तमान स्थिति की तो, द्रोणिका अवदाब के क्षेत्र से होकर फतेहगढ़, मुजफ्फरपुर, बांकुरा, कोंटाई से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है. वहीं, पूर्वी राजस्थान और उससे लगे उत्तर-पश्चिम क्षेत्र पर बने अवदाब का क्षेत्र के कमजोर होकर गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है. वहीं, पश्चिमी विक्षोऊ पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू के आसपास द्रोणिका के रूप में एक्टिव है. हालांकि, इसमें से किसी भी मौसम प्रणाली का प्रभाव अगले दो दिनों तक मध्य प्रदेश में नहीं होने वाला है. जिसके कारण यहां भारी बारिश होने की उम्मीद नहीं दिख रही है.
अगर बात करें मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों के तापमान की तो, भोपाल में 34 डिग्री, इंदौर में 30.1 डिग्री, ग्वालियर में 34 डिग्री, उज्जैन में 31 डिग्री और जबलपुर में 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. रविवार को प्रदेश का सबसे कम तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस पचमढ़ी का दर्ज किया गया. वहीं अधिकतम तापमन खजुराहो में 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
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