MP News: बैतूल स्थित आइल मिल से बीती रात बड़ा हादसा हो गया जहां मिल में काम कर रहे दो कर्मचारियों की वाटर ट्रीटमेंट टैंक में गिरने से मौत हो गई. घटना पर आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल सहित अम्बेडकर चौराहे पर चक्काजाम कर दिया है और अपनी मागों को पूरी करने की शर्त रखी है.
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Betul Oil Mill: बीती रात बैतूल से बेहद ही दर्दनाक मामला सामने आया है जहां आइल मिल के वाटर ट्रीटमेंट टैंक में गिरने से दो कर्मचारियों की दर्दनाक मौत हो गई है. कर्मचारियों की मौत ने इस मामले को और भी ज्यादा विकराल बना दिया है. दोनों कर्मचारियों की मौत पर उनके परिजन मिल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगा रहे है साथ ही मृतकों के मौत पर मुआवजे और अन्य सुविधाओं की मांग कर रहे हैं. बता दे कि बैतूल स्थित ये आइल मिल पूर्व कांग्रेस विधायक निलय डागा के स्वामित्व पर स्थापित है.
क्या है पूरा मामला
बैतूल स्थित आइल मिल में तब हड़कंप मचना शुरू हो गया जब वहां काम करने वाले दो कर्मचारियों की वाटर ट्रीटमेंट टैंक में गिरने से मौत हो गई. मौत की खबर के बाद से पूरे फैक्ट्री में अफरा-तफरी का माहौल छा गया जिसके बाद से फैक्ट्री प्रबंधन ने तुरंत पुलिस और मृतकों के परिजनों को इस घटना के बारे में सूचित किया. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और SDERF की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शवों को टैंक से बाहर निकाला और उन्हे जिला अस्पताल भेजा गया.
परिजनों ने किया चक्काजाम
घटना की जानकारी मिलते ही मृतकों के परिजन और स्थानीय लोग अस्पताल पहुंच गए . जहां गुस्साए परिजनों ने मुआवजे और अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर अस्पताल के सामने चक्काजाम कर दिया. परिजनों का कहना है कि मिल प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है. अस्पताल के सामने हो रहे हंगामे और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मिल प्रबंधन लगभग 10 लाख मुआवजा देने को राजी है लेकिन मिल के अन्य कर्मचारी और मृतकों के परिजन 15 लाख से कम मुआवजे पर राजी नहीं है जिसकी वजह से गुस्साए कर्मचारी और परिजनों ने दोबारा अम्बेडकर चौराहे के दो रास्तों को जाम किया है. आक्रोशित परिजनों ने मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कराने से भी इनकार कर दिया है और अपनी मांगों को पूरा करने की शर्त रखी है.
इन दो कर्मचारियों की हुई मौत
हादसे में जान गंवाने वाले कर्मचारियों की पहचान कैलाश पानकर (53 वर्ष), निवासी कंपनी गार्डन, बैतूल और दयाराम नरवरे (56 वर्ष), निवासी रामनगर गंज, बैतूल के रूप में हुई है. दोनों ही आइल मिल में मशीन ऑपरेटर के तौर पर काम करते थे.
मामले की हो रही जांच
मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है. आइल मिल के मैनेजर ने बताया कि फैक्ट्री में टैंक की सफाई हर दो महीने में एक बार की जाती है जिसके लिए शनिवार रात की शिफ्ट के दौरान दोनों कर्मचारी टैंक में उतरे थे. जब दोनों क शिफ्ट खत्म हुई और उनकी जगह दूसरे कर्मचारी पहुंचे तो उन्होंने दोनों कर्मचारी को टैंक के अंदर पड़ा पाया था जिसके बाद से पुलिस को इसके बारे में सूचना दी गई. फिलहाल हम गहनता से इस मामले की जांच कर रहे साथ ही मिल प्रबंधन से भी पूछताछ जारी है.