Mandla News: मंडला ज़िले के तिलई गांव में पांच स्कूली बच्चे अचानक बीमार पड़ गए, जिससे गांव में दहशत फैल गई. डॉक्टरों ने इसे डिहाइड्रेशन बताया है, लेकिन ग्रामीण भूत-प्रेत का साया मान रहे हैं. इसी वजह से स्कूल लगभग खाली हो गया है.
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Madhya Pradesh News In Hindi: मध्य प्रदेश के मंडला जिले में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जहां तिलई गांव स्थित शासकीय हाई स्कूल में पिछले कुछ दिनों में पांच बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई. डॉक्टरों ने इसकी वजह डिहाइड्रेशन और कमज़ोरी बताई है,जबकि ग्रामीण इसे किसी बुरी आत्मा या भूत-प्रेत का असर मान रहे हैं. अस्पताल में जब कोई सुधार नहीं हुआ, तो बच्चों की झाड़-फूंक करवाई गई, जिससे उनकी हालत में सुधार हुआ. बच्चों को अजीबोगरीब ताबीज भी पहनाए गए. इन घटनाओं से गांव में दहशत का माहौल है और अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं. इस डर से लगभग पूरा स्कूल वीरान हो गया है.
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मंडला में बच्चों की अजीब बीमारी से दहशत!
दरअसल, मंडला जिले के तिलई गांव स्थित शासकीय नवीन हाई स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. 2 अगस्त से अब तक करीब पांच बच्चे बीमार पड़ चुके हैं. प्रिंसिपल और परिजन बीमार बच्चों को तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन अस्पताल में इलाज के बावजूद बच्चों की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ. इसके बाद परिजन बच्चों को घर ले आए और गांव के साधु-पंडा से झाड़-फूंक कराई. हैरानी की बात यह है कि झाड़-फूंक के बाद बच्चों की तबीयत में सुधार होने लगा. परिजनों ने बच्चों के गले में कपड़े में बंधी एक अजीबोगरीब वस्तु भी पहनाई.
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गांव में दहशत का माहौल
इन घटनाओं के बाद बच्चों ने स्कूल जाना लगभग बंद कर दिया है. शनिवार को एक भी बच्चा स्कूल नहीं आया. गांव में दहशत का माहौल है. ग्रामीण अब अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं. स्कूल के शिक्षक का कहना है कि डर के कारण अब कोई भी बच्चा स्कूल नहीं आ रहा है. स्कूल के प्रिंसिपल और डॉक्टरों की इस मामले में अलग-अलग राय है. उनका मानना है कि बच्चों के बीमार पड़ने की वजह डिहाइड्रेशन और कमज़ोरी है. गांव में पानी की कमी और साफ़-सफ़ाई का अभाव भी एक वजह हो सकती है. यह घटना हमारे समाज में मौजूद अंधविश्वास की जड़ों को उजागर करती है.
रिपोर्ट- विमलेश मिश्रा