Swinging Palace-मध्यप्रदेश का प्राचीन मांडू शहर अपने प्राचीन और समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है. यहां एक से बढ़कर एक खूबसूरत इमारतें मौजूद हैं, जिन्हें देख हर कोई दीवाना हो जाता है. मांडू अपनी प्राकृतिक और ऐतिहासिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है. इतिहास की एक प्राचीन इमारत हिंडोला महल भी है, जिसकी बनावट देख लोग हैरान हो जाते हैं.
मांडू में कई खूबसूरत इमारतें है. इन्हीं में हिंडोली महल मांडू की शाही इमारतों में से एक है. इस होसांग शाह के शासनकाल के दौरान बनवाया गया था. इस महल का इस्तेमाल मुख्य रूप से दरबार के लिए किया जाता था जहां बैठकर राजा अपनी प्रजा की समस्याओं को सुनते थे.
हिंडोला महल का शाब्दिक अर्थ है झूलती जगह. हिंडोल महल पुराने समय के राज्यों और शासन की भव्यता का प्रतीक है. इस महल की बाहरी दीवारें 77 डिग्री के कोण पर झुकी हुईं हैं, यही कारण है कि इसे हिंडोला महल कहा जाता है.
आज के समय इस खूबसूरत इमारत के कई हिस्से जर्जर और खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. लेकिन आज भी इस शाही इमारत की खूबसूरती बची हुई है. यह शाही महल भव्यता और वैभव का अद्भुत प्रतीक है.
सुल्तान गयासुद्दीन के शासनकाल में 15वीं शताब्दी के अंत में हिंडोला महल शाही परिवार और चुनिंदा दरबारियों के लिए एक निजी सभागार के रूप में कार्य करता था. इस महल का ऊपरी मंजिल शाही परिवार की महिलाओं के बनवाया गया था.
महल को इस ढंग से बनवाया गया था कि शाही परिवार की महिलाएं हाथियों पर बैठकर उतरतीं थीं. हिंडोली महल की खिड़कियों को इस वजह से हाथी चढ़ाव कहते हैं, शाही महिलाएं हाथियों पर बैठकर सीधे पहली मंजिल पर उतरती थीं.
हिंडोला महल की विशाल गुंबददार छत, कभी ऊपर की विशाल छत को सहारा देती थी, लेकिन अब गायब हो गई है. महल की झूलती दीवारों की बनावट प्राचीन वास्तुकला कला का बेजोड़ उदाहरण है.
इस खूबसूरत इमारत के अलावा भी मांडू में कई प्राचीन और खूबसूरत जगहें हैं. बारिश के मौसम में मांडू में पर्यटकों की भारी भीड़ आती है. अद्भुत खूबसूरती के कारण मध्यप्रदेश के इस शहर को एमपी का कश्मीर भी कहा जाता है.
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