UP First Female Bus Driver: यूपी में अब महिलाओं को बस चलाते हुए देख सकते हैं. पहले महिलाओं को बस चलाना अच्छा नहीं माना जाता था, लेकिन महिलाओं ने इस सोच को भी बदलकर रख दिया. आइए जानते हैं कि यूपी में किस महिला ने कब रोडबेज बस के स्टेयरिंग थामे...
Trending Photos
UP First Female Bus Driver: अक्सर कहा जाता है कि ये काम महिलाओं के बस का नहीं, लेकिन हकीकत तो ये है कि अगर मौका मिले तो महिलाएं भी किसी से कम नहीं हैं. फिर चाहे वो सेना का फाइटर प्लेन उड़ाने की बात हो या बस ड्राइवर बनने की. आज हम बात करेंगे हमारे पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानी रोडवेज बसों के बारे में. पुरुष को बस चलाते आपने खूब देखा होगा. अब तो यूपी में महिलाएं भी बस चलाती हैं. पर क्या आप जानते हैं कि यूपी में पहली महिला बस ड्राइवर का नाम क्या है..अगर नहीं तो जानते हैं.
कौन है यूपी में पहली महिला बस ड्राइवर
प्रियंका शर्मा उत्तर प्रदेश में पहली महिला बस ड्राइवर हैं. उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग में साल 2022 में यूपी रोडवेज बस की पहली महिला बस ड्राइवर प्रियंका शर्मा है.
कहां की रहने वाली हैं प्रियंका!
प्रियंका बिहार के बांका जिले के हरदौड़ी गांव की रहने वाली हैं. उनका साल 2002 में राजीव से विवाह हुआ था. उनके दो बेटे हैं. प्रियंका शर्मा ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है. उनके पति को शराब पीने की लत थी, जिसकी वजह से काफी कम उम्र में उसकी मौत हो गई.
पति की मौत के बाद किया संघर्ष
पति के मौत के बाद प्रियंका के ऊपर दो बच्चों की जिम्मेदारी आ गई. काम की तलाश में प्रियंका दिल्ली आ गई. घर चलने के लिए प्रियंका ने सबसे पहले चाय की दुकान खोली. लेकिन उससे गुजारा नहीं हो पा रहा था. काफी परेशान होने के बाद प्रियंका ने ट्रक चलाना सीखा.
ट्रक में हेल्पर के तौर पर किया काम
बच्चों को पालने के लिए ट्रक में हेल्पर के तौर पर काम किया फिर धीरे-धीरे वो ट्रक ड्राइवर बन गईं. ड्राइविंग कोर्स करने के बाद प्रियंका दिल्ली से मुंबई आ गईं. यहां आने के बाद उन्होंने कई राज्यों में सफर किया.
योगी सरकार में पहली महिला बस ड्राइवर
अपने संघर्ष के बाद साल 2022 में योगी सरकार में पहली महिला बस ड्राइवर बनीं. उनके पास यूपीएसआरटीसी में पहली महिला बस ड्राइवर का तमगा है. प्रियंका शर्मा की संघर्ष की कहानी दूसरी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत है.
डिस्क्लेमर-लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.