Himachal Weather Update: राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश के 22 स्थानों पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है. कांगड़ा और सोलन जिलों के दो क्षेत्रों को उच्च संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है.
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Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने पूरे राज्य में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. मूसलाधार बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन, सड़कों के धंसने और अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक राज्य को 1714 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हो चुका है.
लोक निर्माण और जल शक्ति विभाग को सबसे ज़्यादा नुकसान
सबसे अधिक क्षति लोक निर्माण विभाग को हुई है, जिसे 888 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं जल शक्ति विभाग को भी 580 करोड़ रुपये की भारी क्षति पहुंची है.
मौसम विभाग ने जारी किए अलर्ट
मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए कई जिलों में भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है:
4 अगस्त: ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर में ऑरेंज अलर्ट, जबकि कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर में येलो अलर्ट
5 अगस्त: ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा और सिरमौर में ऑरेंज अलर्ट, हमीरपुर, मंडी, शिमला और सोलन में येलो अलर्ट
6 अगस्त: कांगड़ा और मंडी में येलो अलर्ट
7 से 9 अगस्त: मौसम खराब रहने की आशंका, लेकिन फिलहाल कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।
22 स्थानों पर भूस्खलन का खतरा
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश के 22 स्थानों पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है. कांगड़ा और सोलन जिलों के दो क्षेत्रों को उच्च संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है.
मंडी जिले के पराशर, कोटरोपी, संधोल, घोड़ा फार्म, ग्रिफॉन पीक और तत्तापानी को मध्यम जोखिम वाले क्षेत्र माना गया है. कांगड़ा के बलदुन नूरपुर और सोलन के डक्शी में उच्च खतरे की स्थिति बनी हुई है.
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने लोगों से पहाड़ी इलाकों में अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट का पालन करने की अपील की है. साथ ही जोखिम वाले क्षेत्रों में सतर्कता बरतने और आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करने का आग्रह किया गया है.