Nadia Bomb Blast: तमन्ना के पिता को नहीं है बंगाल पुलिस पर भरोसा, नाबालिग लड़की की हुई थी मौत
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Nadia Bomb Blast: तमन्ना के पिता को नहीं है बंगाल पुलिस पर भरोसा, नाबालिग लड़की की हुई थी मौत

Kaliganj Bomb Blast Update: कालीगंज विधानसभा पर उपचुनाव हुआ था. इस चुनाव में TMC की उम्मीदवार की जीत हुई थी. जीते के बाद इलाके में रैली निकाली गई थी. इस दौरान विपक्षी दल के कार्यकर्ता के घर कथित रूप से TMC के कार्यकर्ताओं ने बम फेंक दी थी, जिसमें एक 13 साल की लड़की की मौत हो गई थी.

Nadia Bomb Blast: तमन्ना के पिता को नहीं है बंगाल पुलिस पर भरोसा, नाबालिग लड़की की हुई थी मौत

Kaliganj Bomb Blast Update: पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के कालीगंज में हुए बम विस्फोट में नाबालिग लड़की की हत्या के सिलसिले में बुधवार को एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. इस मामले में अभी तक पांच लोगों की गिरफ्तारी हो गई है. गिरफ्तार शख्स की पहचान शरीफुल शेख के रूप में हुई है. कृष्णानगर पुलिस जिले के एक अधिकारी ने पुष्टि की. 

कालीगंज बम विस्फोट मामले में पीड़ित परिवार ने गिरफ्तार आरोपियों समेत 24 आरोपियों के खिलाफ स्थानीय थाने में मामला दर्ज कराया था. इससे पहले पुलिस ने चार लोगों गिरफ्तार किया था. वहीं, इस बम बलास्ट में 13 साल की पीड़िता तमन्ना खातून की कथित तौर एक बम के छर्रे लगने से मौत हो गई थी. 

क्या है पूरा मामला
दरअसल, देशभर में 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे. इस इलेक्शन में कालीगंज विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार अलीफा अहमद की जीत हुई थी.  अलीफा अहमद की जीत का जश्न मनाने के लिए निकाले गए विजय जुलूस के दौरान फेंका गया था. इसी हादसे में 13 साल की तमन्ना का इंतकाल हो गया था. इस घटना के बाद परिवार वालों ने स्थानीय थाने में पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. 

पिता को बंगाल पुलिस के जांच पर नहीं है भरोसा
आरोपियो के गिरफ्तारी से परिवार वाले खुश नहीं हैं. पीड़िता के पिता ने कहा कि "सोमवार को हमारे घर पर सिर्फ़ इसलिए हमला किया गया क्योंकि हम विपक्षी खेमे से हैं.इसलिए हमें राज्य पुलिस की जांच पर कोई भरोसा नहीं है. हम अपनी मृतक बेटी को न्याय दिलाने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट सहित हर संभव हद तक जाएंगे."

मां ने कही थी ये बात
इससे पहले पीड़िता की मां ने कहा कि चूंकि कृष्णानगर पुलिस जिले के जांच अधिकारी वास्तविक अपराधियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए उन्हें इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच की आवश्यकता महसूस हुई. उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके घर को चुनिंदा तरीके से निशाना बनाया गया क्योंकि उनका पूरा परिवार लंबे समय से वैचारिक रूप से सीपीआई (एम) से जुड़ा हुआ था.

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