फतेहपुर के आरोपी आजाद, बहराइच में मंदिर झंडे से छेड़छाड़ के आरोपी 14 मुस्लिम गिरफ्तार
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फतेहपुर के आरोपी आजाद, बहराइच में मंदिर झंडे से छेड़छाड़ के आरोपी 14 मुस्लिम गिरफ्तार

UP News: उत्तर प्रदेश के फतहपुर और बहराइच का मामला तूल पकड़े हुए है. जहां फतेहपुर में भीड़ के जरिए मजार गिराए जाने के मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, वहीं बहराइच में मंदिर के पास पेड़ काटने के मामले में 14 लोेगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसके बाद यूपी पुलिस पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.

फतेहपुर के आरोपी आजाद, बहराइच में मंदिर झंडे से छेड़छाड़ के आरोपी 14 मुस्लिम गिरफ्तार

UP News: किसी अपराध के होने के बाद पुलिस का क्या फर्ज होता है? पहला मामला दर्ज हो और दूसरा गिरफ्तारियां हों, हालांकि यूपी पुलिस का शायद अलग ही नियम है. उत्तर प्रदेश पुलिस पहले देखती है कि किसने अपराध किया, और फिर उसके हिसाब से आगे का कदम उठाए जाते हैं. हाल ही में दो मामले पेश आने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. जिनमें से एक मामले में पुलिस ने एक्टिव होकर गिरफ्तारियां की और दूसरे मामले में वहीं पुलिस हाथ मलती नजर आई.

क्या हैं वे मामले?

एक मामला बहराइच का है, जहां रामगांव इलाके में हिंदू समुदाय के एक धार्मिक स्थल में पेड़ काटने और झंडे को उल्टा करने के मामले में पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले पेश आने 1 दिन बाद ही ये कार्रवाई हो गई थी. वहीं दूसरी तरफ फतेहपुर मजार पर हमला करने और उसे तोड़ने के मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

आइये जानते हैं विस्तार में क्या हैं दोनों मामले

बहराइच के महसी विधानसभा इलाके के रामगांव में हिन्दू समुदाय के एक धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाया गया और पुलिस ने 14 मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार कर लिया. आरोप है कि इन लोगों ने मौके पर लगा हनुमान जी का पताका (झंडा) उखाड़ कर उल्टा लटका दिया था, साथ ही नीम के कई पेड़ काट डाले थे और चबूतरे को नुकसान पहुंचाया.

पुलिस के जरिए इस टूटे हुए चबूतरे की मरम्मत करा दी गई है. 

मामले में गिरफ्तारियां

इस मामले में पुलिस टीम ने पड़ोहिया गांव निवासी मुर्तजा, कलीम, सज्जन, लड्डन, नेवादा के मुहम्मद शमीम, नौतला के मुशर्रफ, आसमानपुर के गुलाम मुस्तफा, हरदी इलाके के सम्मनपुरवा निवासी जाकिर हुसैन, नबी अहमद, मोहम्मद सलमान, मोहम्मद रफीक, बंशपुरवा के मोहम्मद नफीस, मोहम्मद रईस, सीतापुर, मोहम्मद शमीम को जेल भेज दिया है.

फतेहपुर मामले में क्या हुआ?

फतेहपुर मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस ने 10 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए हैं.  एफआईआर में अभिषेक शुक्ला, धर्मेंद्र सिंह, आशीष त्रिवेदी, विनय तिवारी (सभासद), पुष्पराज पटेल, पप्पू सिंह चौहान, प्रसून तिवारी, ऋतिक पाल, अजय सिंह उर्फ रिंकू लोहारी और देवनाथ धाकड़े का नाम है.

दरअसल, फतेहपुर जिले के आबूनगर में नवाब अब्दुल समद के मकबरे को 11 अगस्त को भीड़ ने तोड़ दिया था. खास बात यह है कि इससे एक दिन पहले सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली पार्टी बीजेपी के जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल ने प्रशासन को खुले तौर पर धमकी थी कि हिंदू संगठन के लोग मकबरे में जाकर पूजा-पाठ करेंगे. बीजेपी नेता ने दावा किया था कि यह मकबरा कभी मंदिर हुआ करता था और अंदर एक शिवलिंग भी मौजूद है.

जिसकी लाठी, उसी की भैंस - और ऐसा ही हुआ 11 तारीख को सुबह भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल के आह्वान पर सैकड़ों की तादाद में लोग न्याय व्यवस्था को ठेंगे पर रखते हुए मकबरे पर हमला कर दिया और जमकर तोड़फोड़ की. इसके बाद मजार में पूजा-पाठ किया गया और भगवा झंडा लहराया गया. आरोप लगे कि इस दौरान मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक नारे भी लगाए गए और पुलिस इन्हें रोक भी नहीं पाई.

इस मामले में पूर्व बीजेपी MLA विक्रम सिंह, भिटौरा ब्लॉक प्रमुख अमित तिवारी, तेलियानी ब्लॉक प्रमुख अभिषेक त्रिवेदी, मनोज त्रिवेदी (हिंदू महासभा) और वीरेंद्र पांडे (बजरंग दल) जैसे लीडर भी सामने हैं, इन पर लोगों को मकबरे पर हमले के लिए उकसाने का इल्जाम है.

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