SP Workers attack Maulana sajid Rashidi: ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने डिंपल यादव पर दिए बयान को लेकर सफाई दी और माना कि शब्द चयन में चूक हो सकती है. रशीदी ने सपा कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया कि उन्होंने सिर्फ मुसलमानों की वजह से उन्हें टार्गेट किया, जबकि उन्होंने योगेंद्र यादव को कुछ नहीं कहा.
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Delhi News Today: ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने समाजवादी पार्टी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने माना कि डिंपल यादव के लिए जो शब्द उन्होंने इस्तेमाल किए, उसे लोग गलत तरीके से ले सकते हैं और यह उनकी चूक भी हो सकती है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनका मकसद सिर्फ मस्जिद के सम्मान (तक़द्दुस) की बात करना था.
मौलाना साजिद रशीदी ने कहा, "नंगेपन वाला शब्द आम बोलचाल का शब्द है, लेकिन हो सकता है लोगों ने उसे गलत समझा हो. मैं मानता हूं मेरी चूक हो सकती है." साजिद रशीदी ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उन पर सिर्फ मुसलमान होने की वजह से हमला किया, जबकि इकरा हसन पर अभद्र टिप्पणी करने वाले योगेंद्र यादव के खिलाफ सपा कार्यकर्ताओं ने कोई कार्रवाई नहीं की.
ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा, "इकरा भी मुसलमान थी, मैं भी मुसलमान हूं. लेकिन समाजवादी पार्टी के गुंडों ने मुझ पर हमला कर दिया." मौलाना ने समाजवादी पार्टी पर हिंदू-मुस्लिम राजनीति करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि "जो अब भी नहीं समझ पाए कि सपा की असली सियासत क्या है, वो अब मर चुके हैं."
इस दौरान ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि कुछ लोग उन्हें भारतीय जनता पार्टी का समर्थक बता रहे हैं. हालांकि, उन्होंने साफ किया कि इस्लाम में किसी पार्टी को सपोर्ट करना कोई गुनाह नहीं है.
बता दें, नोएडा में 29 जुलाई 2025 को एक टीवी चैनल की डिबेट में शामिल होने पहुंचे मौलाना साजिद रशीदी पर सपा कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया. बाद में मोहित नागर और कुलदीप भाटी नाम के कार्यकर्ताओं ने वीडियो जारी कर मौलाना को थप्पड़ मारने की बात कबूल की. यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गई. मौलाना ने इसे पूर्व नियोजित हमला बताते हुए पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है.
इस घटना से पहले 27 से 28 जुलाई को मौलाना साजिद रशीदी ने सपा सांसद डिंपल यादव के पहनावे को लेकर मस्जिद की मर्यादा पर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि डिंपल यादव संसद परिसर की मस्जिद में बिना सिर ढके पहुंचीं, जबकि साथ मौजूद सपा सांसद इकरा हसन ने सिर ढका हुआ था. इस टिप्पणी पर विवाद बढ़ गया और लखनऊ के विभूतिखंड थाने में मौलाना के खिलाफ FIR दर्ज हुई. हालांकि, मौलाना ने सफाई दी कि उनका इरादा किसी का अपमान करना नहीं था, बल्कि उन्होंने इस्लामी परंपराओं की बात की थी.