बकरीद से पहले तनाव की जमीन तैयार? गौरक्षा के नाम पर VHP पूरे तेलंगाना में करेगी प्रदर्शन
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बकरीद से पहले तनाव की जमीन तैयार? गौरक्षा के नाम पर VHP पूरे तेलंगाना में करेगी प्रदर्शन

VHP Protest in Telangana: ईद-उल-अजहा से पहले तेलंगाना में विश्व हिंदू परिषद ने बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. मुसलमानों के सबसे बड़े त्यौहारों में शुमार करीद से ऐन पहले वीएचपी ने गोवंश की तस्करी करने और बेचने का आरोप लगाते हुए रेवंत रेड्डी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 

 

फाइल फोटो
फाइल फोटो

Hyderabad News Today: ईद-उल-अजहा से पहले बकरा मंडियों में रौनक बढ़ गई है. हैदराबाद में भी बड़ी संख्या में लोग कुर्बानी का जानवर खरीदने के लिए मंडियों का रुख कर रहे हैं. इस बीच विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने 5 जून को हैदराबाद में राज्यव्यापी प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. वीएचपी ने बकरीद पर तेलंगाना में अवैध तरीके से जानवरों की ढुलाई और बिक्री करने का दावा करते हुए बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. 

विश्व हिंदू परिषद की गौरक्षा शाखा ने मांग की है कि तेलंगाना सरकार गौरक्षा कानूनों को सख्ती से लागू करे और मवेशियों को बचाए. वीएचपी ने कल गुरुवार (5 जून) प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. ईद-उल-अजहा से पहले विश्व हिंदू परिषद का इस तरह से विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान कई तरह के सवाल खड़े करता है. 

कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप

अपने बयान में विश्व हिंदू परिषद ने तेलंगाना में कांग्रेस की अगुवाई वाली रेवंत रेड्डी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. वीएचपी ने दावा किया कि ईद-उल-अजहा से पहले हैदराबाद में तस्करी करके अवैध तरीके से गायों को लाया जा रहा है, इन गायों की सुरक्षा करने में प्रदेश सरकार पूरी तरह से नाकाम रही है. इसलिए गायों की रक्षा के लिए वीएचपी प्रदेश स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगी. 

इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने आगे कहा कि जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को ज्ञापन सौंपे जाने के बावजूद मवेशियों की अवैध तरीके खरीद फरोख्त को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया. वीएचपी ने आरोप लगाया कि प्रशासन तस्करों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, इसके उलट गौरक्षकों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर दिए गए हैं.

प्रतिबंधित मांस के नाम पर मुस्लिमों पर हिंसा

बता दें, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद समेत कई हिंदू संगठन प्रतिबंधित मांस की तस्करी करने का आरोप लगाते हुए मुसलमानों को प्रताड़ित कर रहे हैं. हालिया दिनों अलीगढ़ में गोवंश ले जाने का आरोप लगाते हुए हिंदू संगठनों ने चार मुस्लिम नौजवानों को बेरहमी से पिटाई की और उनके ट्रक में आग लगा दी. इसी तरह अलीगढ़ जिले के कुढ़ फतेहगढ़ थाना क्षेत्र में चिकन और मछली का अवशेष लेकर जा रहे पिकअप ड्राइवर के साथ हिंदू संगठनों ने मारपीट की और गाड़ी में आग लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से मामला टल गया.

उत्तर प्रदेश के दादरी में गौमांस रखने की अफवाह पर हिंदू संगठन के लोगों ने मोहम्मद अखलाक नाम के व्यक्ति की 28 सितंबर 2015 को पीट-पीटकर हत्या कर दी और उनके बेटे को बुरी तरह घायल कर दिया. यह घटना गौ-हत्या के आरोपों को लेकर हुई थी, जबकि बाद में यह पुष्टि नहीं हो पाई कि उनके घर में प्रतिबंधित गोवंश का मांस था या नहीं. अखलाक का परिवार अभी भी इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है. 

अलवर में गौतस्करी के नाम पर हत्या

इसी तरह 1 अप्रैल 2017 राजस्थान के अलवर जिले में पहलू खान नाम का एक व्यक्ति अपने बेटों के साथ डेयरी के लिए गाय खरीदकर ले जा रहे थे, इसी दौरान घात लगाकर बैठे कथित गौरक्षकों ने उन्हें गौतस्करी करने का आरोप लगाते हुए बेरहमी से पीटा, जिससे उनकी मौत हो गई. इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था.

राजस्थान के अलवर में 20 जुलाई 2018 को रकबर खान अपने साथियों के साथ दो गायें लेकर जा रहे थे. इसी दौरान गौरक्षकों ने उन्हें पकड़ लिया और पीट-पीटकर मार डाला. यह घटना तब और विवादों में आई जब पता चला कि घायल रकबर को अस्पताल पहुंचाने में पुलिस ने देरी की थी. रकबर इन गायों को डेयरी के कामों के लिए ले जा रहे थे.

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