Navratri Festival Controversy: श्री कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट के सदस्य दिनेश फलाहारी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को खून से चिट्ठी लिखकर मांग की कि नवरात्रि समारोह में मुसलमानों के हिस्सा लेने पर रोक लगाई जाए और त्योहार के दौरान मांस की बिक्री पर बैन लगाया जाए.
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Mathura News: हाल के दिनों में देश में मुसलमानों के खिलाफ इतना ज़हर फैलाया गया है कि इसका असर हर जगह देखा जा सकता है और सभी हिंदू कार्यक्रमों और त्योहारों में मुसलमानों के बॉयकॉट की मांग की जा रही है. महाकुंभ और होली के बाद अब नवरात्रि में भी मुसलमानों के बहिष्कार की मांग हो रही है.
इस बीच श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के पक्षकार दिनेश फलाहारी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर नवरात्रि के दौरान मुस्लिमों को मंदिरों और त्योहार से दूर रखने की मांग की है. साथ ही उन्होंने इस दौरान मांस की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाने की भी अपील की है.
मुस्लिम लोग कर देते हैं प्रसाद को नापाक
दिनेश फलाहारी ने एक वीडियो जारी कर कहा कि नवरात्रि शुद्धता और पवित्रता का त्योहार है, ऐसे में इस दौरान मांस की बिक्री और मुस्लिमों की मौजूदगी पर रोक लगनी चाहिए. उन्होंने इल्जाम लगाया कि मुस्लिम लोग प्रसाद को नापाक कर सकते हैं और लव जिहाद को बढ़ावा देते हैं. उन्होंने कहा कि नवरात्रि में हिंदू माताएं-बहनें मंदिरों में भोग लगाती हैं, ऐसे में किसी भी तरह की नापाकी से बचाना जरूरी है.
फलाहारी ने यह भी कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोग हिंदू धर्म और त्योहारों को बदनाम करने की कोशिश करते हैं. उनका इल्जाम है कि ये लोग पहचान छिपाकर त्योहारों में शामिल होते हैं और अव्यवस्था व तनाव फैलाने की साजिश कर सकते हैं.
इससे पहले भी की थी मुसलमानों के बॉयकॉट की मांग
गौरतलब है कि दिनेश फलाहारी इससे पहले भी होली के मौके पर खून से पत्र लिखकर मुख्यमंत्री योगी से ब्रज में मुस्लिमों को दुकान लगाने से रोकने की मांग कर चुके हैं. उनका कहना है कि मुसलमान हिंदू त्योहारों से नफरत करते हैं लेकिन व्यापार के लिए इन त्योहारों में शामिल होते हैं, जिससे त्योहार की पवित्रता प्रभावित हो सकती है. उन्होंने अपनी चिट्ठी में निवेदन किया कि नवरात्रि के नौ दिनों तक मुस्लिम समुदाय को आयोजन स्थलों और त्योहार से दूर रखा जाए, ताकि शांति और पवित्रता बनी रहे.