ऑस्ट्रेलिया में कितनी है मुस्लिम आबादी; गज़ा के समर्थन में सिडनी में कैसे आया जनसैलाब?
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ऑस्ट्रेलिया में कितनी है मुस्लिम आबादी; गज़ा के समर्थन में सिडनी में कैसे आया जनसैलाब?

Australia Population by Religion: ऑस्ट्रेलिया क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया का छठा सबसे बड़ा देश है. इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 7.69 मिलियन वर्ग किलोमीटर है. चारों तरफ से घिरा हुआ ऑस्ट्रेलिया एक बहुसांस्कृतिक देश है, जहां पर कई धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं. यहां इस्लाम धर्म के अनुयायियों की संख्या अन्य धर्मों के मुकाबले तीसरे नंबर पर है. 

(प्रतीकात्मक AI तस्वीर)
(प्रतीकात्मक AI तस्वीर)

Muslim Population in Australia: ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े शहरों में शामिल सिडनी में बीते इतवार (3 अगस्त) को इजराइली नरसंहार के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है. हालांकि, न्यू साउथ वेल्स प्रशासन ने इस प्रदर्शन के लिए इजाजत नहीं दी थी, लेकिन ऑस्ट्रेलियन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सिडनी के मशहूर हार्बर ब्रिज पर विशाल प्रदर्शन किया गया. इस विरोध प्रदर्शन में 90 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया और फिलिस्तीनियों के प्रति अपना समर्थन जताया.

हार्बर ब्रिज पर आयोजित विरोध प्रदर्शन को 'इंसानियत का मार्च' नाम दिया गया था, जिसमें पहुंची भीड़ सिडनी पुलिस प्रशासन की उम्मीद से कहीं ज्यादा थी, जिसे देखकर अधिकारी भी दंग रह गए. इस भीड़ में अलग-अलग धर्म, जाति और कई देशों के लोग शामिल हुए. इस विरोध प्रदर्शन के बाद लोगों के मन में नई जिज्ञासा पैदा हो गई है, वो यह कि आखिर ऑस्ट्रेलिया में मुस्लिम आबादी इतनी कम होने के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में किस धर्म के लोग शामिल हुए. 

दुनिया के सात महाद्वीपों में से एक ऑस्ट्रेलिया है. इसकी सबसे खास बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया का नाम भी महाद्वीप के नाम पर है. ऑस्ट्रेलिया एक बहुसांस्कृतिक देश है, जहां दुनिया भर के कई नस्लीय और जातीय समूहों के लोग बसते हैं. यहां की जनसंख्या में यूरोपीय, एशियाई, अफ्रीकी और स्थानीय समुदायों की हिस्सेदारी खास तौर पर दिखाई पड़ती है. 

ऑस्ट्रेलिया की नस्लीय आबादी?

 

ऑस्ट्रेलियाई जनगणना 2021 (ABS) के मुताबिक, देश की कुल जनसंख्या लगभग 2.57 करोड़ है. इनमें से सबसे बड़ा हिस्सा यूरोपीय मूल के लोगों का है, जो करीब 75 फीसदी जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसमें मुख्य रूप से अंग्रेजी, आयरिश, स्कॉटिश, इतालवी और ग्रीक मूल के लोग शामिल हैं. इसके बाद एशियाई मूल के लोग आते हैं, जो करीब 17 फीसदी हैं. इसमें चीनी, भारतीय, फिलीपीनो, वियतनामी और श्रीलंकाई समुदाय खास हैं. खासकर हाल के सालों में भारत और चीन से आए प्रवासियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. 

ऑस्ट्रेलिया की प्राचीन आबादी यानी स्वदेशी लोग कुल जनसंख्या का लगभग 3.2 फीसदी हैं. यह समुदाय हजारों सालों से यहां रह रहा है. यही वजह है कि आज भी इनके अधिकारों, सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक कल्याण से जुड़े मुद्दे चर्चा में रहते हैं. इसके अलावा मिडिल ईस्ट और अफ्रीकी मूल के लोग मिलाकर लगभग 2-3 फीसदी आबादी में हैं, जो शरणार्थियों, प्रवासियों या विशेष पेशेवर वीजा के तहत ऑस्ट्रेलिया पहुंचे हैं. 

ऑस्ट्रेलिया में सबसे तेजी से बढ़ा यजीदी धर्म

अब बात करते हैं राज्यवार ऑस्ट्रेलिया में धार्मिक आधार पर जनसनंख्या की. वैसे तो क्रिश्चियन धर्म के मानने वालों की आबादी ऑस्ट्रेलिया  में सबसे ज्यादा है. लेकिन हाल के कुछ सालों यजीदी धर्म की आबादी यहां सबसे तेजी से बढ़ी है.  जनगणना आंकड़ों के मुताबिक, जहां 2016 में यजीदी समुदाय के सिर्फ 63 लोग थे, वहीं 2021 तक इनकी संख्या 4,123 तक पहुंच गई.

यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से धार्मिक उत्पीड़न के चलते इराक और सीरिया से पलायन का नतीजा है. साल 2017 और 2018 में बड़ी संख्या में यजीदी महिलाएं, बच्चे और परिवार ऑस्ट्रेलिया की मानवीय पुनर्वास योजना के तहत यहां आए. ज्यादातर यजीदी क्वींसलैंड और न्यू साउथ वेल्स के ग्रामीण इलाकों में बसे हैं, जिन्हें शरणार्थियों के पुनर्वास के लिए चुना गया था.

आस्ट्रेलिया में इस्लाम तीसरा सबसे बड़ा धर्म

भारत की तरह ऑस्ट्रेलिया में कई धर्मों के मानने वाले लोग रहते हैं. एबीस 2021 की जनगणना के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के 6 राज्यों में क्रिश्चियन बहुसंख्यक है. पूरे देश में क्रिश्चियन धर्म के मानने वालों की संख्या 43.9 फीसदी है, इसके बाद 38.9 फीसदी के साथ दूसरी सबसे बड़ी आबादी नास्तिकों की है. इस्लाम ऑस्ट्रेलिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है. इस्लाम के फॉलोवर्स की संख्या कुल आबादी का 3.2 फीसदी, हिंदू- 2.7 फीसदी, सिख- 0.8 फीसदी, यहूदी-04 फीसदी और स्थानीय कबीलाई धर्म के मानने वालों की आबादी 0.5 फीसदी है. 

ऑस्ट्रेलिया में राज्यवार मुस्लिम आबादी

अब बात करते हैं, ऑट्रेलिया में मुस्लिम आबादी की. ऑस्ट्रेलिया में न्यू साउथ वेल्स वह राज्य है जहां मुस्लिम आबादी 4.3 फीसदी, हिंदू 3.4 फीसदी की तुलना में ज्यादा है. यह नास्तिकों की आबादी के बाद न्यू साउथ वेल्स में तीसरी सबसे बड़ी आबादी है. यहां पर 47.6 फीसदी आबादी क्रिश्चियन, 33.2 फीसदी आबादी नास्तिक और 2.8 फीसदी आबादी बौद्ध धर्म की है. 

विक्टोरिया में कुल आबादी में लगभग 3.2 फीसदी मुस्लिम हैं, जो हिंदुओं 2.7 फीसदी और बौद्धों 2.4 फीसदी से थोड़े आगे हैं. यहां भी 44 फीसदी आबादी क्रिश्चियन, 38 से 39 फीसदी आबादी नास्तिकों की है. इसी तरह वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में मुस्लिम आबादी लगभग 2.5 फीसदी है, जबकि हिंदू 2 फीसदी और बौद्ध की आबादी 2.2 फीसदी हैं.

ऑस्ट्रेलिया में ईसाई धर्म अब भी प्रमुख धर्म है, लेकिन नास्तिकों की आबादी तेजी से बढ़ी है. न्यू साउथ वेल्स में 33.2 फीसदी, विक्टोरिया में लगभग 38 फीसदी और वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में 42.9 फीसदी है. इन आंकड़ों से साफ है कि मुस्लिम समुदाय पूरे ऑस्ट्रेलिया कहीं भी बहुसंख्यक नहीं है, लेकिन आबादी कम होने के बावजूद कुछ राज्यों में इसका सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव बढ़ा है. 

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